NIA अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर पर 2022 में हुए विस्फोट मामले की जांच के लिए वहां पहुंचे थे, तभी उग्र भीड़ ने उनकी कार पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. NIA टीम की ओर से मनबेन्द्र जाना और अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. एनआईए अधिकारी मनबेंद्र जाना को ही गिरफ्तार करने मौके पर पहुंचे थे.
NAI Team Attacked: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में 6 अप्रैल की सुबह राष्ट्र्रीय जांच एजेंसी की एक टीम पर हमला हो गया है. एनआईए अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर पर 2022 में हुए विस्फोट मामले की जांच के लिए वहां पहुंचे थे, तभी उग्र भीड़ ने उनकी कार में पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे गाड़ी की विंडस्क्रीन क्षतिग्रस्त ही गई और उसमें सवार एक अधिकारी घायल हो गया.
यह घटना लगभग सुबह 5:30 बजे की है. NIA टीम की ओर से मनबेंद्र जाना और अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. एनआईए अधिकारी मोनोब्रोतो जाना को ही गिरफ्तार करने मौके पर पहुंचे थे. एनआईए सूत्र ने बताया कि छापेमारी से पहले केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचित किया गया था, फिर भी उचित सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई है. घटना के संबंध में एनआईए द्वारा स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक अधिकारी शिकायत दर्ज की गई है.
एनआईए अधिकारी द्वारा दायर शिकायत के आधार पर, भूपतिनगर पुलिस स्टेशन द्वारा मुख्य आरोपी मनोब्रोतो जाना, उसके परिवार के सदस्यों और अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 332, 353, 323, 427, 34 और पीडीपीपी अधिनियम की धारा 3 के तहत एक प्रथिमिकी दर्ज की गई है. उग्र भीड़ द्वारा पत्थरबाजी के बीच एजेंसी ने मनोब्रोतो जाना को गिरफ्तार कर लिया है.
भूपतिनगर में 3 दिसंबर, 2022 को हुए एक विस्फोट में छप्पर का घर ध्वस्त हो गया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी. पिछले महीने, एनआईए ने विस्फोट के सिलसिले में पूछताछ के लिए 8 तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को बुलाया था. केन्द्रीय जांच एजेंसी ने आठों को अपने अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा था, क्योंकि वे पहले के समन में जांच में शामिल नहीं हुए थे, जिसमें उन्हें 28 मार्च को न्यू टाउन में एनआईए कार्यालय का दौरा करने का निर्देश दिया गया था. एनआईए की टीम इसी केस के सिलसिले में मनोब्रोतो जाना को गिरफ्तार करने भूपतिनगर पहुंची थी, जब भीड़ ने उस पर हमला कर दिया।
शाहजंहा केस में ED टीम पर हुआ था हमला
दो महीने पहले भी पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ED की टीम पर हमला हुआ था. तब केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी स्थानीय टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर छापा मारने गए थे. शेख के समर्थकों ने ईडी टीम के साथ गए केंद्रीय बल के जवानों पर भी हमला किया था. पत्थरबाजी में घायल ईडी के तीन अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. शाहजहां शेख बंगाल के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योति प्रिया मल्लिक का करीबी है और संदेशखाली में महिलाओं के यौन शोषण के आरोप में फ़िलहाल सीबीआई की गिरफ्त में है. ज्योति प्रिया मल्लिक पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपए के राशन वितरण घोटाला केस में आरोपी हैं. उन्हें ईडी ने पिछले साल के आखिरी में गिरफ्तार किया था और वह फ़िलहाल जेल में है.