New Reliance Consumer Products Limited IPO Hindi News: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL), जिसके चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani), ने अपने फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कारोबार को एक नई कंपनी, न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (New Reliance Consumer Products Ltd) में समेटने की योजना की घोषणा की है।
यह नई कंपनी RIL की डायरेक्ट सब्सिडियरी होगी, जैसी कि जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (Jio Platforms Ltd) है। इस रणनीति का मकसद FMCG कारोबार को विशेष ध्यान और निवेशकों को आकर्षित करना है, ताकि इसे मेगा IPO के लिए तैयार किया जा सके।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 25 जून 2025 को इस रिस्ट्रक्चरिंग को मंजूरी दी, जिसके बाद यह खबर चर्चा में है। FY25 में ₹11,500 करोड़ के कारोबार के साथ रिलायंस का FMCG सेगमेंट भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में शुमार हो चुका है।
न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड क्या है?
Mukesh Ambani New Company, New Reliance Consumer Products Ltd, FMCG IPO: न्यू रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (New RCPL) में रिलायंस के सभी FMCG ब्रांड्स को एक छत के नीचे लाया जाएगा। वर्तमान में ये ब्रांड्स रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL), रिलायंस रिटेल लिमिटेड (RRL), और रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) के तहत संचालित होते हैं।
न्यू RCPL का उद्देश्य ब्रांड बिल्डिंग, रिसर्च, डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग, डिस्ट्रीब्यूशन और मार्केटिंग पर विशेष फोकस करना है। NCLT के आदेश के अनुसार, न्यू RCPL “FMCG श्रेणी में कई उत्पादों का निर्माण, वितरण, बिक्री और मार्केटिंग करेगी और FMCG रिटेल कारोबार में निवेश करेगी।” यह कंपनी RIL की डायरेक्ट सब्सिडियरी होगी, जिसका नेतृत्व टी कृष्णकुमार (T Krishnakumar), RCPL के डायरेक्टर और ग्रुप FMCG चीफ, करेंगे।
RCPL के तहत 15 से अधिक स्वदेशी और अधिग्रहित ब्रांड्स शामिल होंगे, जिनमें शामिल हैं:
- कैंपा (Campa): सॉफ्ट ड्रिंक्स, जो कुछ क्षेत्रों में डबल-डिजिट मार्केट शेयर हासिल कर चुका है।
- इंडिपेंडेंस (Independence): पैकेज्ड किराना, जैसे तेल, दालें और स्टेपल्स।
- रावलगांव (Ravalgaon): कन्फेक्शनरी, जैसे टॉफी और कैंडी।
- वेलवेट (Velvette): 1980 में शुरू हुआ शैंपू ब्रांड, जिसे हाल ही में अधिग्रहित किया गया।
- सिल (SIL): जैम और सॉस।
- सोसयो (Sosyo): क्षेत्रीय पेय ब्रांड।
- अन्य ब्रांड्स: ग्लिमर ब्यूटी सोप्स, प्यूरिक हाइजीन सोप्स, एलन बगल्स स्नैक्स, और स्नैक्टैक बिस्किट्स।
रिलायंस की रणनीति प्रतिस्पर्धियों जैसे कोका-कोला (Coca-Cola), मॉन्डेलेज (Mondelez), और हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever) की तुलना में 20-40% कम कीमत पर उत्पाद बेचने की है, साथ ही डिस्ट्रीब्यूटर्स को 6-8% का हाई ट्रेड मार्जिन देना।
FY25 में 60% से अधिक राजस्व किराना स्टोर्स और जनरल ट्रेड से आया, और कंपनी के उत्पाद 3,200 से अधिक डिस्ट्रीब्यूटर्स के जरिए 10 लाख से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स में उपलब्ध हैं। कंपनी का लक्ष्य 2027 तक 50-60 लाख स्टोर्स तक पहुंचना है। (Campa Cola, Reliance FMCG Brands, Kirana Stores) IPO की योजना और वैल्यूएशनमुकेश अंबानी ने पहले ही रिटेल और टेलीकॉम कारोबार के लिए IPO की योजना का संकेत दिया था। न्यू RCPL का गठन इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) की मौजूदा वैल्यूएशन $100 बिलियन (लगभग ₹8.5 लाख करोड़) से अधिक है, और FMCG कारोबार की FY25 में वैल्यू ₹11,500 करोड़ थी। विशेषज्ञों का मानना है कि न्यू RCPL का अलग होना रिटेल कारोबार को IPO के लिए तैयार करेगा, जिससे प्रीमियम वैल्यूएशन मिल सकता है।
एक सूत्र ने बताया कि यह रिस्ट्रक्चरिंग “विशेष निवेशकों को आकर्षित करने और FMCG कारोबार को तेजी से बढ़ाने” के लिए है। अगर IPO लॉन्च होता है, तो यह हाल के वर्षों में भारत का सबसे बड़ा पब्लिक ऑफर हो सकता है। (Google Trends: Reliance IPO, RRVL Valuation, New RCPL IPO)भारत में प्रभाव और प्रतिस्पर्धारिलायंस का FMCG कारोबार भारत के ₹5 लाख करोड़ के ब्रांडेड FMCG मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी की ओर बढ़ रहा है।
कंपनी ने दो साल में तेजी से प्रगति की है और चौथे क्वार्टर में 3.5 गुना सालाना वृद्धि के साथ भारत की आठवीं सबसे बड़ी FMCG कंपनी बन गई है। यह मारिको (Marico) और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products) जैसे बड़े खिलाड़ियों को पीछे छोड़ चुकी है। रिलायंस की रणनीति किराना स्टोर्स और छोटे शहरों पर केंद्रित है, जहां 85-90% राजस्व जनरल ट्रेड से आता है।
हालांकि, कंपनी का ऑनलाइन कॉमर्स में अभी सीमित दखल है। टी कृष्णकुमार ने कहा, “हम 600 मिलियन वैल्यू-कॉन्शियस उपभोक्ताओं को लक्षित कर रहे हैं, जो किफायती दामों पर क्वालिटी प्रोडक्ट्स चाहते हैं।” अधिग्रहण और विस्ताररिलायंस ने FMCG सेगमेंट में कई रणनीतिक अधिग्रहण किए हैं:
- कैंपा कोला: सॉफ्ट ड्रिंक ब्रांड, जिसने ₹10 की 200 मिलीलीटर बोतल के साथ कोका-कोला और पेप्सी (PepsiCo) को चुनौती दी।
- वेलवेट: 45 साल पुराना शैंपू ब्रांड, जिसे 2025 में अधिग्रहित किया गया।
- लोटस चॉकलेट और रावलगांव: कन्फेक्शनरी में मजबूती।
- सोसयो और एलिफेंट हाउस: पेय पदार्थों में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विस्तार।
कंपनी ने श्रीलंका की एलिफेंट हाउस (Elephant House) के साथ साझेदारी और अन्य अधिग्रहणों के जरिए अपने पोर्टफोलियो को मजबूत किया है। केतन मोडी (Ketan Mody), RCPL के COO, ने कहा, “हम भारतीय हेरिटेज ब्रांड्स को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते हैं।”