जवाहरलाल नेहरू से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेजों को लेकर संसद में हंगामा मच गया। BJP सांसद संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि नेहरू के सीक्रेट पेपर्स सोनिया गांधी के पास हैं और वे इन्हें लौटाने से इनकार कर रही हैं। (Sonia Gandhi Nehru Papers) सरकार ने साफ कहा कि ये दस्तावेज राष्ट्रीय संपत्ति हैं और इन्हें नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML) को वापस लौटाया जाना चाहिए। कांग्रेस ने पात्रा के बयान को ‘झूठा और अपमानजनक’ बताते हुए माफी की मांग की। क्या ये दस्तावेज वाकई सोनिया गांधी के पास हैं? इन्हें कब और कैसे मिले, लौटाया क्यों नहीं, और इनमें क्या खास है? आइए, पूरी डिटेल्स जानें।
दस्तावेज सोनिया गांधी को कब और कैसे मिले?
Nehru Papers Sonia Gandhi Possession: ये दस्तावेज जवाहरलाल नेहरू की निजी पत्राचार, डायरियां, नोट्स और सरकारी फाइलों से जुड़े हैं। (Nehru Secret Documents Details) 1964 में नेहरू की मौत के बाद इन दस्तावेजों को नेहरू मेमोरियल फंड को सौंपा गया था। 1990 के दशक में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय कुछ दस्तावेजों को परिवार के पास रखा गया। सोनिया गांधी को ये 2008-2010 के आसपास PMML (प्राइम मिनिस्टर्स मेमोरियल लाइब्रेरी) से मिले थे, जब वे नेहरू मेमोरियल की चेयरपर्सन थीं। (Sonia Gandhi Nehru Papers Transfer) सरकार का दावा है कि ये दस्तावेज सार्वजनिक संपत्ति हैं और NMML को ट्रांसफर होने चाहिए थे, लेकिन सोनिया ने इन्हें अपने पास रख लिया।
सोनिया गांधी ने लौटाया क्यों नहीं? कांग्रेस का जवाब (Why Sonia Gandhi Not Returned Papers)सरकार के मुताबिक, सोनिया गांधी ने कई बार अनुरोध के बावजूद दस्तावेज लौटाने से इनकार कर दिया। (Government Claim Sonia Gandhi Refusal) BJP का आरोप है कि ये दस्तावेज परिवार के पास रखकर इतिहास को ‘छुपाया’ जा रहा है। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि दस्तावेज पहले ही NMML को सौंपे जा चुके हैं और पात्रा का बयान ‘झूठा’ है। (Congress Denial Nehru Papers Missing) कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा, “ये दस्तावेज 2014 से पहले ही लौटाए गए थे। BJP झूठ फैला रही है।” (Pawan Khera Congress Response)
नेहरू के दस्तावेजों में क्या है?
What is in Nehru Secret Papers: दस्तावेजों में नेहरू के निजी पत्र, विदेशी नेताओं से पत्राचार, कश्मीर पॉलिसी, चीन युद्ध से जुड़े नोट्स, सरदार पटेल और अन्य नेताओं से विवादों की फाइलें शामिल हैं। (Nehru Papers Content Details) इनमें कुछ संवेदनशील जानकारी है, जैसे नेहरू की पॉलिसी डिसीजन, इंडिया-चाइना रिलेशंस और विभाजन से जुड़े दस्तावेज। सरकार का मानना है कि ये राष्ट्रीय इतिहास का हिस्सा हैं और सार्वजनिक होने चाहिए।
सरकार नेहरू के दस्तावर वापस क्यों चाहती है?
Why Government Wants Nehru Papers Back: सरकार का कहना है कि ये दस्तावेज राष्ट्रीय धरोहर हैं और NMML में रखे जाने चाहिए, ताकि शोधकर्ता और इतिहासकार इन्हें देख सकें। (Government Reason Nehru Papers Return) संस्कृति मंत्रालय ने कई बार अनुरोध किया, लेकिन दस्तावेज नहीं लौटे। BJP का आरोप है कि कांग्रेस इन दस्तावेजों में ‘कुछ छुपाना’ चाहती है, जो नेहरू की पॉलिसी पर सवाल उठा सकते हैं। (BJP Allegation Sonia Gandhi Nehru Papers) सरकार ने संसद में कहा कि ये ‘मिसिंग’ नहीं हैं, लेकिन NMML को ट्रांसफर होने चाहिए।
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