Paris Olympics 2024; पेरिस ओलिंपिक 2024 में गोल्ड मेडल के लिए अगर भारत को किसी से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं तो वो थे नीरज चोपड़ा। हालांकि, स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज गोल्ड मेडल से चूक गए। लेकिन उन्होंने 89.45 मीटर थ्रो कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। यह उनका इस सीजन का बेस्ट थ्रो था। दूसरी ओर, गुरुवार देर रात पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए पुरुषों की जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
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भारत के नीरज चोपड़ा ने दूसरे स्थान पर रहकर सिल्वर मेडल पर अपनी दावेदारी पक्की की। इस तरह नीरज चोपड़ा ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट भी बन गए। पिछले ओलिंपिक खेलों के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने अपने दूसरे प्रयास में सबसे दूर 8945 मीटर भाला फेंका, जबकि अरशद नदीम ने 929? मीटर के साथ ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाया।
आपको जानकर हैरानी होगी कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक का स्वर्ण पदक 8158 मीटर की दूरी फेंककर जीता जबकि उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.99 मीटर है जो उन्होंने 2022 में स्टॉकहोम डायमंड लीग में रजत पदक जीतते हुए किया था। लेकिन दो मीटर अधिक फेंकने के बावजूद उन्हें रजत से संतोष करना पड़ा।
अरशद ने नीरज चोपड़ा को कैसे हराया?
इससे पहले नीरज चोपड़ा ने क्वालीफिकेशन राउंड में 89.34 थ्रो फेककर सबको चौका दिया था।सही मायनों में आज अरशद का दिन था ।पाकिस्तान ने ट्रैक एंड फील्ड में आज तक कोई ओलंपिक पदक नहीं जीता था। अपने पहले प्रयास में फाउल करने वाले अरशद नदीम ने सीधे स्वर्ण पदक हासिल किया और दूसरे प्रयास में 92.97 की दूरी फेंकी जबकि नीरज चोपड़ा भी पहले प्रयास में असफल रहे और उनका दूसरा प्रयास भी सबसे ऊंचा रहा।
अरशद से पहले पाकिस्तान के लिए व्यक्तिगत स्पर्धाओं में सिर्फ दो खिलाड़ियों ने पदक जीते थे। मोहम्मद बशीर ने 1960 के रोम ओलंपिक में कुश्ती में कांस्य पदक जीता था। हुरीन शाह ने 1998 के सियोल ओलंपिक में मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीता था।
नीरज ने कहा कि सुधार की आवश्यकता है।
रजत जीतने के बाद 26 वर्षीय नीरज ने कहा, “जब भी हम देश के लिए पदक जीतते हैं, तो यह खुशी की बात होती है। अब खेल को बेहतर बनाने का समय है। हम बैठेंगे, चर्चा करेंगे और सुधार करेंगे। हम कमियों को सुधारेंगे। अगर हम समग्र प्रदर्शन को देखें, तो भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है। टोक्यो के साथ स्वर्ण, कांस्य या रजत की तुलना न करें। यह जरूरी नहीं है कि हर बार हमारे पदक बढ़ें।
लेकिन यह आने वाले समय के लिए संकेत है कि हमारे पदक और बढ़ेंगे।” टोक्यो की तुलना में पेरिस फाइनल में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बारे में जब नीरज से पूछा गया, तो उन्होंने कहा, प्रतिस्पर्धा बहुत अच्छी थी। हर एथलीट का अपना दिन होता है। आज अरशद का दिन था। जैसे आज अरशद का दिन था, वैसे ही अगर हम टोक्यो, बुडापेस्ट या एशियाई खेलों की बात करें, तो यह हमारा दिन था।
नीरज दो ओलंपिक पदक जीतने वाले चौथे भारतीय बने।
नीरज चोपड़ा भले ही स्वर्ण पदक नहीं जीत पाए, लेकिन फिर भी उन्होंने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। दूसरा राउंड खत्म होते ही वह आजादी के बाद दो ओलंपिक पदक जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए। आजादी के बाद बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने एक रजत और एक कांस्य, पहलवान सुशील कुमार ने एक रजत और एक कांस्य तथा निशानेबाज मनु भाकर ने ओलंपिक खेलों में भारत के लिए दो कांस्य पदक जीते। आज नीरज भी इस कड़ी में शामिल हो गए।