“khud se behtar” prepares you to achieve your goals – नवीन चौधरी की किताब खुद से बेहतर युवाओं को न सिर्फ एक सुनिश्चित दिशा देने वाली है बल्कि उनके लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। खुद से बेहतर खासकर 18 से 40 वर्ष के युवाओं के लिए लिखी गई एक ऐसी किताब है जो खुद को मोटीवेट करने और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयार कर मार्गदर्शित करती है। “खुद से बेहतर” किताब को यदि युवा की लक्ष्य मार्गदर्शिका कहा जाए तो ग़लत नहीं होगा। क्योंकि यह किताब युवाओं में न सिर्फ एम्पॉलबिलिटी स्किल्स बिल्ड अप करती है बल्कि मार्केट जॉब के लिए भी उनके सबसे अलग-थलग और खास बनाती है। इस किताब के लेखक नवीन चौधरी ने खुद एक साधारण कॉलेज मेनेजमेंट की डिग्री लेकर एमएनसी में मार्केटिंग हेड के पद तक पहुंचे और इस किताब में उन्होंने अपने जॉब के अनुभवों के आधार पर बेहतरीन टिप्स लिखे हैं जो युवाओं के जॉब स्किल्स को मजबूती देने और उनकी पर्सनैलिटी को भी अपडेट करते हैं। आइए जानते हैं नवीन चौधरी के बारे में।
मैनेजमेंट हे से ट्रैंड स्पेशलिस्ट तक
इस दौरान नवीन चौधरी बतौर ट्रैंड हेड जाने जाते हैं जबकि मूलतः वो मधुबनी बिहार से हैं। जयपुर में पढ़ाई पूरी की और मार्केटिंग प्रोफेशनल से अपने क्रिएटिव करियर को दिशा दी। जब ट्रैंड स्पेशलिस्ट के नाम से प्रसिद्ध पा रहे नवीन वर्तमान में एक सुप्रसिद्ध लेखक के तौर पर जहां अपनी एक समृद्ध पहचान बना चुके हैं वहीं डिज़िटल युग के अनुसार अपग्रेड हैं। फ़िलहाल एमेजोन पर फ्रीलांस कंटेंट और स्ट्रैटेजिस्ट कार्यरत हैं। उन्होंने अभी तक दो उपन्यास और करियर-ग्रोथ पर एक सेल्फ हेल्प किताब भी लिखी है। जो खुद को टर्नअराउंड करने की बेहतरीन तरकीब बताई गई हैं। कुल मिलाकर नवीन का टोटल फोकस युवाओं को सक्सेस पाने के लिए आने वाली अड़चनों को कम करना या उनसे जूझते हुए सफल होने को तैयार करने पर ही जिसमें उनकी किताबों में ये समर्पण देखा जा सकता है।
किताब लिखने का उद्देश्य
- युवाओं को तेज से आगे बढ़ने में मदद , खासकर नौकरी की तैयारी के लिए सक्षम बनाना।
- मार्केटिंग में काम करने के अपने अनुभव सोशल स्किल्स, लाइफ हैक और सेल्फ ग्रूमिंग और रीडिंग टूल्स यानी SOWT, Critical Thinking को सांझा कर स्वयं को बेहतर बनाने में मददगार साबित होना है।
बुक का मॉरल
- स्व-आंकलन और सॉफ्ट स्किल्स – खुद की ताकत, कमजोरी, चुनौतियां और अवसरों सहित जोखिम से निपटने तैयार रहना।
- व्यापक उदाहरण और काम के अनुभव – वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित उदाहरण, छोटे-छोटे कदम पर बदलावों को सहर्ष स्वीकार की कला, स्पष्ट सूत्र टिप्स जिसमें हर टॉपिक के बाद एक सक्सेस का सूत्र शामिल हैं। जैसे सफलता से पहले बेहतर बनने की रणनीति हर पढ़ने वाले युवा और हर आयु वर्ग के पाठकों को सबल बनाता है। इंप्रेस करने के साथ इंप्रूव भी करता है।
- करियर ओरिएंटेड गाइडलाइन – रिज्यूमे,कवर लेटर, मीटिंग में एक्टिव भागीदारी, बॉडी लैंग्वेज,और नैटवर्किंग जैसी बातें उजागर की गई हैं।
युवाओं के लिए क्यों है उपयोगी ?
बेरोज़गारी के दौरान – जब युवा हताश और निराश होते हैं तब ये पुस्तक उनके लिए संबल देती है मार्गदर्शन करती है।
- भाषा की सहजता – सबसे सहजता से समझीं जाने वाली भाषा हिंदी में, विषयक उदाहरण, परीक्षा या मार्क्स की दुनिया से परे कैरियर फोकस और जॉब की दुनिया को समझते हुए नेविगेट करने में सहयोगी।
- अभिभावक व विधार्थियों के नजरिए से – दोनों के लिए और दोनों के बीच की दूरी को कम करने वाली ये पुस्तक माता-पिता को बताती है कि बच्चों को कैसे मोटिवेट करें, कैसे सपोर्ट करें और बच्चे व युवा समझ सकते हैं कि वो कब और कैसे खुद को तैयार करें।
- युवा वर्ग के लिए पुस्तक की उपयोगिता
सॉफ्ट स्किल्स, कॉन्फिडेंस, नेटवर्किंग व इंटर्व्यू की तैयारी सहित साक्षात्कार के समय पर एटिकेट्स व मेनर्स और खुद पर नियंत्रण भी सिखाती हैं पुस्तक “खुद से बेहतर” - यह पुस्तक ऐमज़ॉन पर उपलब्ध है जो बहुत ही चीप-प्राइज़ पर हासिल की जा सकती है।
युवाओं के लिए किताब “खुद से बेहतर” के लेखक नवीन चौधरी का संदेश
सोशल मीडिया नेटवर्क के माध्यम से हर पाठक व युवा जान सकता है वो हर सफलता का सूत्र या किसी भी टॉपिक पर विचार व चर्चा जिस पर विस्तार से आप बात कर सकते हैं।