नौतपा 9 दिनों का क्यों होता है: गर्मी के मौसम में मजा तभी आता है जब गर्मी पड़े ही न. बड़ा बेकार मौसम है भाई, बुद्धि काम करना बंद कर देती है, ऐसा लगता है कि शरीर का 70% पानी पसीने में ही बह जाएगा, चिढ़न बढ़ जाती है, प्रोडक्टिविटी घट जाती है, एनर्जी लो हो जाती है और दिमाग से लेकर आसमान का पारा हाई हो जाता है. और अब नौतपा (Nautapa 2024 Date) आने वाला है. जब बिना इसके ही इतनी बवाल गर्मी पड़ रही हो तो जरा सोचिये आने वाले वो 9 दर्दनाक दिनों में क्या त्राहिमाम मचने वाला है?
नौतपा 2024: नौतपा का मौसम माने, सूर्य देव की दहशत, ठण्ड प्रेमियों के लिए यह किसी सज़ा से कम नहीं होता है. ये गर्मी के 9 दिन ऐसे होते हैं कि सूर्य देव अपने फुल प्रकोप में रहते हैं और आसमान में बदरी का नामोनिशान नहीं रहता। खैर अब अपन वेदर साइकल को गियर लगाकर आगे नहीं बढ़ा सकते जो होना है वो तो होगा लेकिन अब जब नौतपा की चर्चा छेड़ ही दी गई है तो इसका तीयां-पांचा भी जान लेते हैं. वैसे क्या आपने कभी सोचा है कि ये नौतपा को नौतपा ही क्यों कहते हैं? दसतापा, ग्यारहतापा क्यों नहीं कहते हैं? मतलब कहने का अर्थ है कि नौतपा 9 दिनों का ही क्यों होता है? 15 दिन का क्यों नहीं होता? आइये जानते हैं.
नौतपा के पीछे का विज्ञान
Science Behind The Nautapa: ये नौतपा का पूरा सिस्टम खगोलीय विज्ञान से जुड़ा हुआ है. कोई तुक्का नहीं है पूरा का पूरा साइंस है. इसमें पृथ्वी का सूरज से पूरा कनेक्शन होता है. जब सूर्य रोहणी नक्षत्र अंग्रेजी में बताएं तो एल्डेबरन में प्रवेश करता है तो सूर्य, मंगल, बुध और शनि के सम सप्तक योग होने से धरती के एक हिस्से में भारी गर्मी पड़ती है. साल के 365 दिनों में 15 दिन रोहणी नक्षत्र के होते हैं. लेकिन शुरू के ऐसे 9 दिन जब चन्द्रमा 9 नक्षत्रों में रहता है उसे ही 9 तपा कहते हैं. मई के आखिर में पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी कम हो जाती है. सूर्य तेज का प्रतीक होता है और चांद ठंडक का. वैसे चांद रोहणी नक्षत्र का स्वामी है लेकिन जब सूर्य इस कक्षा में प्रवेश करता है तो इसका असर नक्षत्र पर पड़ता है. तब सूर्य अपने फुल प्रकोप में रहता है और उसकी किरणे सीधा धरती पर पड़ती हैं और तापमान बढ़ता है. भले ही सूर्य 15 दिनों तक रोहणी नक्षत्र में रहे, लेकिन गर्मी इन्ही 9 दिन पड़ती है और 10वें दिन से टेम्प्रेचर कम होने लगता है. इसी लिए नौतपा को नौतपा कहते हैं.
नौतपा कब से शुरू हो रहा?
वैसे नौतपा 25 मई से शुरू होने वाला है और 9 दिन जोड़ लीजिये, माने जून की 3 तारीख तक आपको गर्मी से कोई नहीं बचा सकता। हां लेकिन मानसून इस बार जल्दी में हैं. हो सकता है कि 9 तपा में बारिश देखने को मिल जाए, लेकिन इसका भी बुरा असर पड़ता है. ऐसा कहा जाता है कि अगर नौतपा में भयंकर गर्मी पड़ी तो यानी बारिश का मौसम बढ़िया होने वाला है. और अगर नौतपा में बारिश हो गई तो मानो इंद्र देव की कृपा कम ही होगी। बड़े-बुजुर्ग कह गए हैं. ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में अद्रा नक्षत्र से लेकर दस नक्षत्रों तक अगर बारिश हुई तो बरसात के मौसम में तन्हाई का आलम होना पक्का है. वैसे IMD का कहना माने तो मध्य प्रदेश में नौतपा के 9 दिन गुजारने मुश्किल हो जाएंगे लेकिन 15 जून से पहले-पहले जब मानसून दस्तक देता तो इंसान चैन की साँस लेगा।