National Education Policy 2020 : टीआरएस कॉलेज रीवा में विशेष संवाद सत्र – शासकीय ठाकुर रणमत सिंह स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय (टी.आर.एस. कॉलेज), रीवा के समाज कार्य विभाग में शनिवार, 8 नवंबर 2025 को “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा में लागू नवीन प्रावधान एवं अध्यादेश 14(2)” विषय पर एक विशेष ओरिएंटेशन और संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन डॉ. अर्पिता अवस्थी के निर्देशन एवं विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश शुक्ल के संयोजन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ. एस.पी. शुक्ला के प्रेरक उद्बोधन से हुआ टीआरएस कॉलेज रीवा में समाज कार्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विशेष संवाद सत्र आयोजित किया गया। विशेषज्ञों ने अध्यादेश 14(2) और नई शिक्षा नीति के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020:शिक्षा में परिवर्तन का नया अध्याय
डॉ. एस.पी. शुक्ला ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 छात्र-केंद्रित, कौशल-आधारित और बहुविषयी शिक्षा व्यवस्था की दिशा में एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी पहल है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे केवल परीक्षा के लिए नहीं, बल्कि कौशल, नवाचार और शोध-आधारित अधिगम के लिए भी आगे आएँ। यह नीति विद्यार्थियों में स्वावलंबन, व्यवहारिक दक्षता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करती है।

अध्यादेश 14(2) : विद्यार्थियों के लिए नया शैक्षणिक ढाँचा
मुख्य वक्ता प्रो. अखिलेश शुक्ल, विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र एवं समाज कार्य विभाग ने मध्यप्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लागू अध्यादेश 14(2) की प्रमुख विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि इसमें – सेमेस्टर प्रणाली,आंतरिक मूल्यांकन,क्रेडिट-आधारित प्रणाली,सतत् समग्र मूल्यांकन,प्रोजेक्ट वर्क व इंटर्नशिप,ओपन इलेक्ट्रिव्स और शोध-आधारित शिक्षण पद्धति को प्रमुखता दी गई है। इस अवसर पर प्रो. शुक्ल ने कहा कि यह मॉडल विद्यार्थियों को केवल परीक्षा-उन्मुख नहीं, बल्कि दक्षता-उन्मुख और व्यावहारिक रूप से सक्षम बनाता है। उन्होंने बताया कि यह नीति भारतीय ज्ञान परंपरा, बहुविषयक अध्ययन और जन-कल्याण व राष्ट्रीय विकास को केंद्र में रखती है।
छात्रों ने साझा किए अनुभव
संवाद सत्र में डॉ. गुंजन सिंह, डॉ. प्रियंका तिवारी एवं डॉ. आनंद मोहन द्विवेदी ने सहभागिता कर छात्रों का मार्गदर्शन किया।
कार्यक्रम में आयुषी कछवाहा, साक्षी चतुर्वेदी, रिया उपाध्याय, प्रिया मिश्रा, कमलेंद्र द्विवेदी, आयुष मिश्रा, शिवानी पांडे, कामिनी पांडे, प्राची द्विवेदी, सोना साकेत, शिवांजलि पांडे, अर्चना कुशवाहा सहित कई विद्यार्थियों ने भाग लिया।
संवाद सत्र के दौरान छात्रों ने खुलकर प्रश्न पूछे, जिनका समाधान विशेषज्ञों द्वारा सरल और स्पष्ट रूप में किया गया। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह सत्र अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरक रहा, जिसने उन्हें नई शिक्षा नीति 2020 की समझ में स्पष्टता और जागरूकता प्रदान की।
निष्कर्ष – टी.आर.एस. कॉलेज, रीवा का यह प्रयास उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों को नई शिक्षा व्यवस्था से परिचित कराने की दिशा में सराहनीय कदम है। ऐसे संवाद कार्यक्रम न केवल छात्रों में शैक्षणिक जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए आत्मनिर्भर, नवाचारी और उत्तरदायी नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करते हैं।
