Solar Storm 2024 : अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि धरती पर जल्द ही एक बड़ा सौर तूफान आने वाला है और इससे इलेक्ट्रॉनिक संचार व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। नासा की इस चेतावनी और सौर तूफान का भारत पर क्या असर होगा? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह जानकारी भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान की निदेशक डॉ. अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम ने दी है। डॉ. अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम ने बताया है कि सौर तूफान दरअसल सूर्य द्वारा सौरमंडल में प्रक्षेपित कणों, ऊर्जा, चुंबकीय क्षेत्र और पदार्थ का अचानक विस्फोट होता है।
सैटेलाइट ऑपरेटरों को बरतनी होगी सावधानी Solar Storm 2024
उन्होंने कहा कि धरती की ओर आ रहा सौर तूफान दूरसंचार और सैटेलाइट को नुकसान पहुंचा सकता है। भारतीय वैज्ञानिक इस पर नजर रख रहे हैं और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के विशेषज्ञों ने इस संबंध में कहा कि उन्होंने भारतीय सैटेलाइट ऑपरेटरों को सभी एहतियात बरतने की जानकारी दे दी है। अगले कुछ दिन धरती के लिए अहम हैं क्योंकि तूफान धरती की ओर बढ़ रहा है।
सौर तूफान के कारण मैग्नेटोस्फीयर पर भी नज़र रखी जाएगी।
वैज्ञानिक ने कहा कि “सौर तूफान की संभावना को देखते हुए, हम मैग्नेटोस्फीयर पर भी नज़र रखेंगे। लेकिन हम इंतज़ार करना चाहेंगे क्योंकि इसे पृथ्वी से टकराने में कुछ दिन लगते हैं। हमें उम्मीद है कि आज रात या कल रात को पता चल जाएगा कि कुछ हो रहा है या नहीं। डॉ. सुब्रमण्यन ने कहा, भविष्यवाणियाँ हैं इनपर हम आंख मूंद कर विश्वास नहीं कर सकते लेकिन हमे इससे सचेत रहना होगा और इंतज़ार करना होगा और देखना होगा।
यह तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में गड़बड़ी पैदा कर सकता है।Solar Storm 2024
आपको बता दें कि मई में आए तेज़ सौर तूफान के कारण पूरे उत्तरी गोलार्ध में ऑरोरा देखा गया था। जब कोई सौर तूफान पृथ्वी के पास आता है, तो यह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में एक बड़ी गड़बड़ी पैदा कर सकता है, जिसे जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म कहा जाता है, जो रेडियो ब्लैकआउट, बिजली की कटौती और खूबसूरत ऑरोरा जैसे प्रभाव पैदा कर सकता है। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि उस तूफान से पृथ्वी प्रभावित हो सकती क्योंकि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र और वायुमंडल हमें इन तूफानों से बचाता है।