मूर्ति (NARAYAN MURTHY) ने कहा, “आपातकाल के बाद से हम भारतीयों ने जनसंख्या नियंत्रण पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया है
इंफोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति (NARAYAN MURTHY) ने रविवार को बढ़ती जनसंख्या को देश के लिए बड़ी चुनौती करार दिया है। उन्होंने कहा कि आपातकाल के बाद से भारतीयों ने जनसंख्या नियंत्रण पर ध्यान नहीं दिया है।
NARAYAN MURTHY के बयान
मूर्ति ने ये टिप्पणी प्रयागराज में मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के दीक्षांत समारोह में की, जहां वह मुख्य अतिथि थे। मूर्ति ने कहा, “भारत जनसंख्या, प्रति व्यक्ति भूमि उपलब्धता और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे से संबंधित चुनौतियों का सामना कर रहा है।” मूर्ति (NARAYAN MURTHY) ने कहा, “आपातकाल के बाद से हम भारतीयों ने जनसंख्या नियंत्रण पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया है। इससे हमारे देश के अस्थिर होने का खतरा है। इसकी तुलना में, अमेरिका, ब्राजील और चीन जैसे देशों में प्रति व्यक्ति भूमि उपलब्धता बहुत अधिक है।”
एक पीढ़ी को अगली पीढ़ी के जीवन को बेहतर बनाना
नारायण मूर्ति (NARAYAN MURTHY) ने कहा, “एक पीढ़ी को अगली पीढ़ी के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई बलिदान करने पड़ते हैं। मेरे माता-पिता, भाई-बहन और शिक्षकों ने मेरी प्रगति के लिए महत्वपूर्ण बलिदान दिए हैं और यहां मुख्य अतिथि के रूप में मेरी उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि उनका बलिदान इसमें नहीं था।” समारोह के दौरान 1,670 डिग्रियां प्रदान की गईं। स्नातकोत्तर छात्रों को 34 स्वर्ण पदक प्राप्त हुए जबकि स्नातक छात्रों को 13 स्वर्ण पदक प्राप्त हुए।
NARAYAN MURTHY बचपन से ही होनहार
एनआर नारायण मूर्ति (NARAYAN MURTHY) का पूरा नाम नागवारा रामा राव नारायण मूर्ति है। उन्हें एनआर नारायण मूर्ति के नाम से जाना जाता है। नारायण मूर्ति का जन्म 20 अगस्त 1946 को कर्नाटक के कोलार में हुआ था। मूर्ति का पालन-पोषण एक साधारण से मध्यमवर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ। जहाँ अनुशासन और शिक्षा जैसे मूल्यों पर बहुत जोर दिया जाता था। उनके पिता मैसूर में एक स्कूल शिक्षक के रूप में काम करते थे। मूर्ति को जानने वालों का कहना है कि वह बचपन से ही होनहार छात्र थे।