मुस्लिम के घर शिवलिंग मिला, परिवार ने मंदिर बना दिया

Shivling Found In Muslim Family House: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के धपरी गांव (Dhapri village of Chandauli district) में एक अनूठी घटना ने सामाजिक सौहार्द की मिसाल कायम की है। एक मुस्लिम परिवार की जमीन पर नींव की खुदाई के दौरान प्राचीन शिवलिंग मिलने (Ancient Shivling on the land of a Muslim family) के बाद परिवार ने मंदिर निर्माण के लिए एक बिस्वा जमीन दान करने का फैसला किया है। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि पूरे क्षेत्र में भाईचारे और एकता की चर्चा को बढ़ावा दिया है।

चंदौली में मुस्लिम परिवार ने बनाया शिव मंदिर

Muslim family built Shiva temple in Chandauli: चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के धपरी गांव में शनिवार को सकलैन हैदर के खेत में भवन निर्माण के लिए नींव की खुदाई चल रही थी। इस दौरान जमीन से एक शिवलिंग प्राप्त हुआ, जिसकी खबर जंगल की आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जुट गए और सावन के तीसरे सोमवार को शिवलिंग की पूजा-अर्चना शुरू हो गई। स्थानीय लोगों ने शिवलिंग की सफाई कर जलाभिषेक और पूजा-पाठ शुरू किया, जिससे गांव में धार्मिक उत्साह का माहौल बन गया।

शिवलिंग मिलने की सूचना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने मौके पर शिव मंदिर निर्माण की मांग उठाई। इस मांग को देखते हुए सकलैन हैदर और उनके परिवार ने उदारता दिखाते हुए मंदिर निर्माण के लिए एक बिस्वा जमीन दान करने का निर्णय लिया। इस फैसले की हर तरफ सराहना हो रही है। सकलैन के इस कदम को सामाजिक एकता और सौहार्द की मिसाल के रूप में देखा जा रहा है, जो धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देता है।

शिवलिंग मिलने की खबर फैलने के बाद क्षेत्र में हलचल मच गई थी। स्थिति को नियंत्रित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने तत्काल भारी पुलिस बल तैनात किया। जिला प्रशासन और पुलिस ने मौके पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। स्थानीय भाजपा विधायक रमेश जायसवाल ने भी मंदिर निर्माण की मांग का समर्थन किया है।सियासी हलचलइस घटना ने स्थानीय स्तर पर कुछ सियासी हलचल भी पैदा की।

पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने मौके पर पहुंचकर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और प्रशासन से जमीन की जांच कराने की मांग की। हालांकि, सकलैन हैदर के परिवार के जमीन दान करने के फैसले ने इस मामले को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सामाजिक सौहार्द का संदेशयह घटना न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी है, बल्कि यह भारतीय समाज में विभिन्न समुदायों के बीच आपसी भाईचारे और सहयोग का प्रतीक भी बन गई है।

धपरी गांव के इस मुस्लिम परिवार ने अपने इस फैसले से यह दिखाया कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान और सामुदायिक एकता देश की ताकत है। इस तरह की घटनाएं समाज में सकारात्मक संदेश देती हैं और आपसी विश्वास को मजबूत करती हैं।चंदौली की यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और सौहार्द ही इसकी सबसे बड़ी ताकत है। स्थानीय प्रशासन और समुदाय अब इस शिवलिंग के ऐतिहासिक महत्व की जांच और मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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