Murshidabad Waqf Protests : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून को लेकर लगातार हिंसा बढ़ती जा रही है। शुक्रवार से शुरू इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। आज इस हिंसक भीड़ ने पिता पुत्र को सरेआम मार डाला। मुर्शिदाबाद जिले में शनिवार को तनाव इतना बढ़ चुका है कि बीएसएफ की पांच कंपनियों को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। वहीं अब इस घटना को लेकर पश्चिम बंगाल हाई कोर्ट ने ममता बनर्जी की सरकार को लताड़ लगाई है। कोलकाता हाई कोर्ट ने कहा आंख बंद कर नहीं रह सकते हैं, कोर्ट ने जिले में सेंट्रल फोर्स तैनात करने के आदेश दिए हैं।
रात भर हिंसा फैलाते रहें प्रदर्शनकारी
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वक्फ कानून को राज्य में लागू करने से इनकार कर दिया है। उधर, शुक्रवार से मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसात्मक घटनाएं देखने को मिल रहीं हैं। प्रदर्शनकारी रात भर शहर में आगजनी करते रहें ट्रेनों में पथराव किया और दुकाने लूटते रहें। जिसके बाद शनिवार को शहर में बीएसएफ की पांच कंपनियों को तैनात किया गया। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भी हाथापाई हुई जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। हालांकि पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी भी की।
HC – आंख बंद कर नहीं रह सकते
मुर्शिदाबाद में बढ़ रही हिंसक घटनाओं को देखने के बाद कोलकाता हाई कोर्ट ने ममता बनर्जी को फटकार लगाते हुए सरकार की कड़ी निंदा की। हाई कोर्ट ने कहा कि हिंसा को देखते हुए आंख बंद कर करके नहीं रह सकते। कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में सेंट्रल फोर्स तैनात करने के आदेश दिए हैं। हाई कोर्ट ने यह फैसला तब सुनाया जब वक्फ कानून को लेकर भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष सुरेंद्र अधिकारी की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश सौमेन सेन ने कहा कि शांति बनाए रखने के लिए केंद्रीय बल पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे।
कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति सौमेन सेन और न्यायमूर्ति राजा बसु चौधरी की विशेष खंडपीठने कहा, “जब ऐसे आरोप सामने आते हैं तो अदालत आंखें मूंद नहीं सकती। असली अपराधियों की पहचान के लिए सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।”
हिंसा में शामिल लोगों पर होगी कार्रवाई
वहीं, मुर्शिदाबाद में हो रही हिंसा पर डीजीपी राजीव कुमार ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और पुलिसकर्मी निर्दोष नागरिकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। बता दें कि वक्त कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारी हिंसक रूप ले चुके हैं, जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही है। यह प्रदर्शनकारी आम लोगों की संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। लोगों के घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।
131 लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
राज्य की ओर से वकील कल्याण बनर्जी ने जानकारी दी कि बीएसएफ की 6 कंपनियां, 1000 पुलिस, एडीजी और डीआईजी हैं मुर्शिदाबाद में मौजूद हैं। प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करते हुए अब तक पुलिस ने 131 लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य सरकार ने आरोप लगाया है की याचिका करता नंबर एक राजकीय विपक्षी नेता सुरेंद्र अधिकारी और आज का करता नंबर दो वकील और भाजपा नेता तरुण ज्योति तिवारी है यह सभी राजनीतिक साजिश के तहत राज्य सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
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