Rewa News: कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विश्वविद्यालय परिसर में वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर पौधारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने दुर्लभ “तमाल” वृक्ष का पौधा रोपित किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है और यह मातृशक्ति को हरियाली के माध्यम से समर्पित एक भावपूर्ण पहल भी है।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, रीवा परिसर में गुरुवार को हरियाली महोत्सव के तहत “एक पेड़ माँ के नाम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विश्वविद्यालय परिसर में वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर पौधारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने दुर्लभ “तमाल” वृक्ष का पौधा रोपित किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है और यह मातृशक्ति को हरियाली के माध्यम से समर्पित एक भावपूर्ण पहल भी है। उन्होंने इस प्रेरणादायी आयोजन की सराहना करते हुए सभी से पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की।
रामचरित मानस में है तमाल के वृक्ष का उल्लेख
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने विश्वविद्यालय परिसर में वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर पौधारोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने दुर्लभ “तमाल” वृक्ष का पौधा रोपित किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पौधारोपण पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है और यह मातृशक्ति को हरियाली के माध्यम से समर्पित एक भावपूर्ण पहल भी है। कार्यक्रम में एमसीयू रीवा के प्राध्यापक जयराम शुक्ल ने बताया कि तमाल के वृक्ष का उल्ललेख रामचरित मानस में भी किया गया है. यह पौधा बड़ा होने के बाद शीतल छाया देता है.
रीवा में बनेगा मुनगा वन
कार्यक्रम के दौरान रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि सिरमौर क्षेत्र में दस एकड़ क्षेत्र में मुनगा वन बनाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है. बता दें कि मुनगा जिसे सहजन कहा जाता है. इसका वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा है, जो एक बहु उपयोगी पेड़ है. इसे सहजन, सुजना, सेंजन और बघेलखंड क्षेत्र में इसे मुनगा के नाम से जाना जाता है.