MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज इस समय विविध रंग दिखा रहा है। जहां कुछ हिस्सों में बारिश और गरज-चमक के साथ राहत की उम्मीद है, वहीं कई क्षेत्रों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा अपडेट के आधार पर, आइए जानते हैं प्रदेश के मौसम का हाल:
बारिश की संभावना: राहत की उम्मीद
- पूर्वी और दक्षिणी मध्य प्रदेश: रीवा, सीधी, सतना, सागर, मंडला, बालाघाट, और छिंदवाड़ा जैसे जिलों में आज और अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। गरज-चमक के साथ कुछ स्थानों पर तेज हवाएं (40-50 किमी/घंटा) भी चल सकती हैं। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है।
- मध्य क्षेत्र: भोपाल, रायसेन, सीहोर, और होशंगाबाद में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना है। यह बारिश गर्मी से थोड़ी राहत दे सकती है।
- मौसम का कारण: एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से 12 से 14 मई तक बारिश और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है। खासकर दोपहर और शाम के समय मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
गर्मी और लू का प्रकोप
- पश्चिमी और उत्तरी मध्य प्रदेश: ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़, खरगौन, और खंडवा में भीषण गर्मी का दौर जारी है। इन क्षेत्रों में तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। लू की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है।
- इंदौर और उज्जैन: इन शहरों में तापमान 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। दिन में गर्म हवाएं चल रही हैं, हालांकि शाम को बादल छाने से हल्की राहत मिल सकती है।
- सावधानी: लू से बचने के लिए दिन में 11 बजे से 3 बजे तक बाहर निकलने से बचें, हल्के कपड़े पहनें, और खूब पानी पिएं।
रीवा का मौसम: बारिश और राहत
- रीवा में आज आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, और दोपहर या शाम को गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश (30-40% संभावना) हो सकती है।
- तापमान: अधिकतम तापमान 37-39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27-29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
- हवा और आर्द्रता: हवा की गति 10-15 किमी/घंटा रहेगी, और आर्द्रता 20-30% के बीच होगी। बारिश के कारण अगले दो दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री की कमी आ सकती है।
सलाह और सतर्कता
- बारिश वाले क्षेत्र: बिजली गिरने और तेज हवाओं से सावधान रहें। पेड़ों या खुले स्थानों में खड़े होने से बचें।
- गर्मी वाले क्षेत्र: बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें। ओआरएस और नींबू पानी जैसे पेय पदार्थों का सेवन करें।
- किसानों को सलाह दी जाती है कि बारिश से पहले फसलों को सुरक्षित कर लें और ओलावृष्टि की स्थिति में सतर्क रहें।