मध्य प्रदेश मौसम अपडेट: गर्मी, बारिश और मानसून की ताजा जानकारी

मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। मई की शुरुआत में भीषण गर्मी के बाद अब कई जिलों में बारिश और आंधी ने राहत दी है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती हलचल के प्रभाव से प्रदेश में मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के मौसम का ताजा हाल, जहां गर्मी पड़ रही है, बारिश का अनुमान और मानसून की स्थिति।

कहां पड़ रही है गर्मी?

मध्य प्रदेश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में गर्मी का प्रभाव अभी भी बना हुआ है। विशेष रूप से ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जैसे जिलों में तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। ग्वालियर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जिससे लू जैसी स्थिति बनी हुई है। 10 मई के बाद इन क्षेत्रों में तापमान और बढ़ सकता है, जिससे गर्मी का असर तेज होगा।

कहां है बारिश का अनुमान?

9 मई को मध्य प्रदेश के कई जिलों में आंधी, गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। बारिश का अलर्ट निम्नलिखित क्षेत्रों के लिए जारी किया गया है:

  • भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, होशंगाबाद, रायसेन, विदिशा, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल में हल्की से मध्यम बारिश और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना।
  • रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल जैसे पूर्वी जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश और 30-40 किमी/घंटा की हवाएं चल सकती हैं।
  • छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, पांढुर्णा में भारी बारिश की चेतावनी, जहां 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

यह बारिश 12 मई तक जारी रह सकती है, जिसके बाद गर्मी फिर से बढ़ने की आशंका है।

रीवा का मौसम

रीवा में 9 मई को मौसम आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 36-38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। गरज-चमक के साथ 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। रीवा सहित आसपास के जिलों (सतना, सीधी, मऊगंज) के लिए बारिश और आंधी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय लोगों को तेज हवाओं और बिजली गिरने के प्रति सावधान रहने की सलाह दी गई है।

मानसून का अपडेट

मध्य प्रदेश में मानसून की आधिकारिक शुरुआत आमतौर पर 15-20 जून के बीच होती है, जो दक्षिणी जिलों जैसे छिंदवाड़ा, सिवनी, और बालाघाट से शुरू होकर पूरे प्रदेश में फैलता है। 2025 के लिए अभी तक मानसून की तारीख की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अनुमान है कि इस साल सामान्य से 4-6% अधिक बारिश हो सकती है। पश्चिमी मध्य प्रदेश (भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर) में 101-102% बारिश का अनुमान है, जबकि पूर्वी हिस्सों (रीवा, जबलपुर, सागर) में 98-99% बारिश हो सकती है।

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