Site icon SHABD SANCHI

मध्य प्रदेश का मौसम: 29 जून 2025 को भारी बारिश का अलर्ट, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात

MP Weather Alert: मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है, और 29 जून 2025 को राज्य के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश (Heavy Rain Alert In Madhya Pradesh) की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार मिल रही नमी के कारण प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। एक चक्रवाती परिसंचरण और ट्रफ लाइन के प्रभाव से कई जिलों में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है।

मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट?

Rain Alert In MP: मौसम विभाग ने रीवा (Rain Alert Rewa), मऊगंज, सीधी, दतिया, भिंड, अलीराजपुर, टीकमगढ़, नीमच, सीहोर, धार, हरदा और बड़वानी सहित कई जिलों में भारी बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। भोपाल (Bhopal Rain Alert), इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सतना, शहडोल, छतरपुर, पन्ना, उमरिया और कटनी में भी गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। हवा की गति 30-40 किमी/घंटा रह सकती है, जिससे दृश्यता कम हो सकती है और यातायात प्रभावित हो सकता है।

बाढ़ जैसे हालात

सतना जिले के चित्रकूट में लगातार बारिश के कारण मंदाकिनी नदी उफान पर है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। रामघाट पर करीब 100 दुकानों में पानी घुस गया है, और गुप्त गोदावरी गुफा को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। पुलिस ने रामघाट और आसपास के रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी है, और एसडीईआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, भारी बारिश के कारण भोपाल, इंदौर और ग्वालियर जैसे शहरों में जलभराव की समस्या देखी जा रही है, जिससे यातायात और जनजीवन प्रभावित हुआ है।

रीवा में मौसम का हाल

Rewa Weather News: रीवा में 29 जून को गरज-चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें तेज हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। दिन का अधिकतम तापमान 32-34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हवा में नमी का स्तर 70-90% के बीच रहेगा, जिससे उमस भरा मौसम रहेगा। स्थानीय लोगों और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर निचले इलाकों में रहने वालों को नदियों और नालों से दूर रहने को कहा गया है।


मौसम विभाग ने लोगों से नदियों, नालों और निचले इलाकों से दूर रहने की अपील की है। भारी बारिश के कारण बाढ़ और जलभराव का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन को अलर्ट पर रहने और राहत कार्यों के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की सलाह दी गई है।

Exit mobile version