MP Weather Forecast: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक्टिव मानसून ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई है। जबलपुर, मंडला, डिंडौरी, सिवनी, गुना, रीवा और शहडोल जैसे इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सड़कें और पुल पानी में डूब गए हैं, यातायात ठप है, और कई गांवों का संपर्क टूट गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले चार दिनों तक रीवा, शहडोल, सागर और जबलपुर सहित कई जिलों में भारी बारिश, आकाशीय बिजली और तेज हवाओं की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया है।डिंडौरी में 100 से अधिक गांवों का संपर्क कट गया है, क्योंकि लगातार बारिश ने सड़कों और पुलों को जलमग्न कर दिया है।
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मंडला में 12 घंटे से लगातार बारिश के कारण रास्ते बंद हो गए हैं, और स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) ने पांच लोगों को सुरक्षित निकाला। सिवनी में पुल और पुलिया पानी में डूब गए हैं, जिससे यातायात पूरी तरह ठप है। गुना में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बमोरी मार्ग बंद कर दिया गया है।
जबलपुर में पिछले 24 घंटों में 72 मिमी (लगभग 3 इंच) बारिश दर्ज की गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, मध्य प्रदेश में दो मानसूनी ट्रफ और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है, जिसे ओडिशा में चक्रवात ने और मजबूत किया है। उन्होंने बताया, “यह मजबूत मौसमी सिस्टम भारी बारिश का कारण बन रहा है, और अगले कुछ दिनों तक यह सिलसिला जारी रह सकता है।” मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश के साथ आकाशीय बिजली और तेज हवाएं भी खतरा पैदा कर सकती हैं।
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प्रशासन हाई अलर्ट पर है और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। स्थानीय अधिकारी कनेक्टिविटी बहाल करने और प्रभावित समुदायों को सहायता प्रदान करने में जुटे हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे घरों में रहें, जलभराव वाले क्षेत्रों से बचें और आंधी-तूफान के खतरे को देखते हुए सतर्क रहें।मध्य प्रदेश में बारिश का यह दौर चुनौतियां लेकर आया है, लेकिन प्रशासन और राहत टीमें हालात को नियंत्रित करने में जुटी हैं। मौसम विभाग ने नागरिकों से मौसम अलर्ट पर नजर रखने और सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।