एमपी विधानसभा पहुची पूतना, शीतकालीन सत्र में उठा कफ सिरप कांड

एमपी विधानसभा कफ सिरप कांड विवाद की तस्वीर

भोपाल। 1 दिसंबर से एमपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया। बीजेपी बिहार के चुनाव परिणाम से खुश है वही विपक्ष एमपी सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह से एक्सर साईज करके विधानसभा पहुचा है। विधानसभा में पहले ही दिन छिंदवाड़ा कफ सीरप कांड पर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला। विधायक अपने हाथों में पूतना और बच्चों के पुतले लेकर न सिर्फ पहुचे बल्कि घटी घटना को लेकर जमकर हंगामा किए। विपक्ष ने सरकार को ही पूतना बताया और बच्चों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया।

इन मुद्रदों पर सरकार कर सकती है बात

विधानसभा के विंटर सत्र पर राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए द्वितीय अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी। वहीं, नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष का चुनाव सीधे मतदाताओं से कराने संबंधी विधेयक, दुकान एवं स्थापना संशोधन विधेयक, मुख्यमंत्री, मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और विधायकों के वेतन-भत्ते संशोधन विधेयक प्रस्तुत करने की तैयारी किए हुए है।

सरकार बदलने जा रही चुनाव प्रक्रिया

नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्ष का चुनाव तीन साल के बाद फिर सीधे मतदाताओं से कराने के लिए संशोधन विधेयक रखा जाएगा। 2022 में पार्षदों के माध्यम से अध्यक्ष का चुनाव हुआ था। नई व्यवस्था में रिकाल व्यवस्था लागू हो जाएंगी यानी अध्यक्ष के प्रति अविश्वास होने पर राज्य निर्वाचन आयोग खाली कुर्सी-भरी कुर्सी का चुनाव कराएगा। दुकानदार और कामगारों को सप्ताहिक अवकाश समेत अन्य विधेयक विधानसभा में सरकार प्रस्तुत कर सकती है।

ऐसी है विधानसभा सत्र की तैयारी

विधानसभा सत्र के लिए सदस्यों ने 1,497 प्रश्न भेजे हैं। जिसमें से 6 स्थगन, 194 ध्यानाकर्षण, 52 शून्यकाल और 14 अशासकीय संकल्प की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। उधर, कांग्रेस सत्र में कानून-व्यवस्था, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग पर अत्याचार, मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण, जल जीवन मिशन की गड़बड़ी, कृषि उपजों का मूल्य के साथ खाद समय पर नहीं मिलने का मुद्दा प्रमुखता से उठाएगी।

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