MP Rain Forecast Today: मध्य प्रदेश में इस बार दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने जोरदार दस्तक दी है। 1 जून से 10 जुलाई 2025 तक प्रदेश में औसत से 71% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 74% ज्यादा है। नर्मदा समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड और छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा निम्न दबाव का क्षेत्र अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का कारण बनेगा।
कहां-कहां बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 16 जुलाई 2025 के लिए 19 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें ग्वालियर, मुरैना, हरदा, खंडवा, खरगोन, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, उमरिया, डिंडौरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, और सागर शामिल हैं। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, धार, बड़वानी, और अन्य जिलों में येलो अलर्ट है, जहां मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है।
रीवा का मौसम
रीवा संभाग में मॉनसून की सक्रियता के कारण भारी बारिश हो रही है। 10 जुलाई को रीवा में 3.7 इंच बारिश दर्ज की गई, और 1 जून से अब तक 311 मिमी औसत वर्षा हुई है। मऊगंज जिले में सर्वाधिक 505 मिमी बारिश दर्ज की गई। हाल ही में रीवा में 20 घंटे तक लगातार बारिश ने कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी, और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, रीवा में अगले 8 दिनों तक मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान:
अगले 3-4 दिनों तक मध्य प्रदेश में मॉनसून सक्रिय रहेगा। रीवा सहित जबलपुर, शहडोल, सागर, और ग्वालियर संभागों में भारी बारिश का अनुमान है। 13 जुलाई तक बारिश की तीव्रता अधिक रहेगी, जिसके बाद 14-15 जुलाई को कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है। तापमान 24-31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा, और हवा में नमी के कारण उमस बनी रहेगी।
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि बारिश का उपयोग खरीफ फसलों के लिए करें, खासकर धान की फसल को लाभ होगा। हालांकि, टमाटर, भिंडी जैसी सब्जियों को नुकसान हो सकता है। सावधानी: बाढ़ प्रभावित इलाकों में नदी-नालों और घाटों से दूर रहें। स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए हैं, और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।