MP Lok Sabha : अंतिम चरण में 8 सीटों पर 74 उम्मीदवार, इंदौर में NOTA

MP Lok Sabha Election 2024 : मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण का मतदान सोमवार को होगा। 13 मई को चौथे चरण के मतदान के साथ प्रदेश में चुनावी शोर थम जाएगा। प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 21 सीटों के लिए मतदान हो चुका है। अब कल चौथे व अंतिम चरण में आठ सीटों के लिए मतदान होना है। शेष आठ लोकसभा सीटों के लिए 74 उम्मीदवार मैदान में हैं।

MP Lok Sabha के आखिरी चरण में 74 उम्मीदवार

सोमवार को चौथे व अंतिम चरण में देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगौन और खंडवा लोकसभा सीट (MP Lok Sabha)के लिए मतदान होगा। इन सीटों के लिए 74 उम्मीदवार खड़े हैं। इन उम्मीदवारों में 69 पुरुष हैं जबकि 5 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। यहां कुल मतदाता 1.63 करोड़ हैं।

इंदौर में बीजेपी को सता रहा NOTA का डर

इंदौर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा सियासी चर्चा चल रही है। इस सीट पर प्रदेश में सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में खड़े हैं। इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी ने मैदान छोड़ दिया है। जिसके बाद अब भाजपा के वर्तमान सांसद शंकर लालवानी का रास्ता साफ हो गया है। लेकिन इसके बावजूद भाजपा को यहां NOTA का डर सता रहा है। दरअसल, इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति ने और मौके पर पार्टी छोड़कर बीजेपी को ज्वाइन कर लिया। अब अपनी ही दल बदलने की रणनीति के चलते भाजपा को यहां नोटा में वोट जाने का खतरा महसूस हो रहा है।

उज्जैन में दिख रही कांग्रेस कमजोर

उज्जैन की लोकसभा सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। इसलिए इस सीट पर कांग्रेस का पक्ष कमजोर है। दूसरी और यह क्षेत्र मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृह क्षेत्र है। यहां भाजपा का पक्ष ज्यादा मजबूत है। हालांकि दलित बहुत क्षेत्र में आरक्षण और संविधान का मुद्दा चर्चा में है। इसके बावजूद इस सीट पर भाजपा के जीत सुनिश्चित है।

रतलाम में दो पत्नी वाला बयान पलटेगा का चुनाव

रतलाम सीट पर कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया को उम्मीदवार बनाया है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी अनीता चौहान से है। इस सीट पर अभी तक कांग्रेस का पक्ष मजबूत दिख रहा था। लेकिन कांतिलाल भूरिया के दो पत्नी वालों को 2 लाख रूपये देने के बयान के बाद बाज़ी उलटी पड़ती दिख रही है।

खंडवा में कांग्रेस का पक्ष कमजोर

खंडवा में कांग्रेस ने गुर्जर समाज पर फोकस करते हुए नरेंद्र पटेल को उम्मीदवार बनाया है। बगैर कांग्रेस की गैर रणनीति कामयाब होती नहीं दिख रही है। हालांकि बुरहानपुर के मुस्लिम वोटर का गुट कांग्रेस की ओर आकर्षित हो रहा है। यह कांग्रेस के खिलाफ भाजपा ने वर्तमान सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल को उतारा है। यहां भाजपा को 370 और राम मंदिर के नाम पर ज्यादा वोट मिल सकती है।

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खरगोन में आदिवासी वोटर पर निर्भर चुनाव

खरगोन में बीजेपी प्रत्याशी गजेंद्र पटेल के खिलाफ कांग्रेस ने पोरलाल खरते को चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट पर आदिवासी भाजपा का खेल बिगाड़ सकते हैं। माना जा रहा है कि बड़वानी-सेंधवा के आदिवासी वॉटर कांग्रेस के पक्ष में मतदान कर सकते हैं। इस क्षेत्र में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कई जनसभाएं भी की हैं।

देवास में हो सकता है वोटो का ध्रुवीकरण

देवास में वोटो का ध्रुवीकरण होने की संभावना है। यहां भाजपा प्रत्याशी महेंद्र सिंह सोलंकी हिंदुत्व वोटर कार्ड पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने अपनी कई रैलियां में इस बात को दोहराया भी है कि ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लेंगे।’ यह यहां पोस्ट में भी लिखा दिख जाएगा। इस सीट पर कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ प्रदीप चौधरी को उम्मीदवार बनाया है।

मंदसौर में बीजेपी का पलड़ा भारी

मंदसौर लोकसभा सीट पर बीजेपी का पक्ष पहले से ही मजबूत दिखाई दे रहा है। भाजपा या हिंदू मुस्लिम कार्ड की राजनीति का चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है। वही चीज पर कांग्रेस ने साल 2009 में आखिरी बार चुनाव जीता था। इस बार कांग्रेस ने सीट पर दिलीप गुर्जर को मैदान में उतारा है।

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धार में मंदिर-मस्जिद पर अटकी वोट

धार लोकसभा चुनाव (MP Lok Sabha) में मंदिर और मस्जिद के मुद्दे हावी हैं। या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी जनसभा में राम मंदिर का जिक्र किया है। इसके बाद यहां की मुस्लिम वोटर बीजेपी से नाराज दिख रहे हैं। ऐसे में अगर मतदाताओं में हिंदुत्व हावी नहीं हुआ तो मतदान कांग्रेस के पक्ष में जा सकता है।

MP Lok Sabha के आखिरी चरण में भाजपा ने झोंका दम

गौरतलब है कि पिछले चुनाव में भाजपा ने कुल 29 सीटों में से 28 सीटों पर कब्जा किया था। इस बार के चुनाव (MP Lok Sabha Election 2024) में भी भाजपा सरकार ने 29 सीटों पर जीत हासिल करने की भरपूर मेहनत की है। मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो रोड शो और आठ जनसभाएं की हैं। जबकि गृहमंत्री अमित शाह ने एक रोड सौ सात जनसभाएं की हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कुल 49 रोड शो और 139 जनसभाएं की हैं। इस लोकसभा चुनाव में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की मेहनत को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने 18 रोड से 72 जनसभाएं की। अगर इस चुनाव में बीजेपी सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करती है तो मध्य प्रदेश भाजपा का गढ़ बन जाएगा।

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