नईदिल्ली। देश भर के स्वच्छता मिशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। एमपी का इंदौर, भोपाल, उज्जैन समेत 8 शहरों को अलग-अलग श्रेणियों में यह स्वच्छता अवार्ड मिला है। मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं नगरीय प्रशासन राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति के हाथों से यह अवार्ड प्राप्त किए है।
8वी बार अजेय रहा इंदौर
केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने फिर बाजी मारी है। एमपी का यह शहर 8वीं बार भारत के सबसे स्वच्छ शहर का अवार्ड हासिल किया है, जबकि सूरत को दूसरा स्थान मिला। ज्ञात हो कि पिछले 7 वर्षो से इंदौर लगातार देश के सबसे स्वच्छ शहर बनने का खिताब हासिल कर चुका है।
सुपर लीग में शामिल हुआ इंदौर
इस बार इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2024-25 की सुपर लीग में शामिल किया गया। सुपर लीग में सिर्फ उन्हीं 23 शहरों को शामिल किया गया, जो अब तक हुए सर्वेक्षणों में पहले, दूसरे या तीसरे स्थान पर रहे हैं। इंदौर ने सुपर लीग 2024-25 में भी बाजी मार ली है।
साढ़े 4,500 से ज्यादा शहरों में हुआ था सर्वेक्षण
इस वर्ष के स्वच्छता सर्वेक्षण की थीम ‘रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल’ पर आधारित थी। करीब 45 दिनों तक चले इस सर्वेक्षण में देश भर के 4,500 से अधिक शहरों के प्रत्येक वार्ड का निरीक्षण लगभग 3,000 मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा किया गया। 54 संकेतकों और 10 सुपर भाषित मानकों के आधार पर शहरों की रैंकिंग तय की गई। इस दौरान समावेशिता, पारदर्शिता और नागरिक सहभागिता को प्राथमिकता दी गई। सर्वेक्षण के तहत 11 लाख से अधिक घरों का फील्ड मूल्यांकन किया गया, वहीं 14 करोड़ से अधिक लोगों ने स्वच्छता ऐप, माईगव पोर्टल और सोशल मीडिया के माध्यम से फीडबैक देकर अपनी भागीदारी दर्ज कराई। यह सर्वेक्षण शहरी जीवन की गुणवत्ता और स्वच्छता के प्रति देश के दृष्टिकोण को दर्शाता है।