MP Vikram Award Stay: हाईकोर्ट ने भावना डेहरिया को प्रदान किए जाने वाले विक्रम अवॉर्ड (विशेष साहसिक खेल पुरस्कार) पर रोक लगा दी है। पर्वतारोही मधुसूदन पाटीदार की याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह स्थगन आदेश जारी किया।
MP Vikram Award Stay: जबलपुर हाईकोर्ट ने विक्रम अवॉर्ड (स्पेशल एडवेंचर स्पोर्ट्स अवॉर्ड) के मामले में स्टे आदेश जारी किया है। इसकी सूचना खेल विभाग और समारोह से जुड़े अधिकारियों को दे दी गई है। हाईकोर्ट के स्टे आदेश की कॉपी संबंधित अधिकारियों को भेज दी गई है और मौके पर भी उपलब्ध कराई गई है। यह अवॉर्ड पर्वतारोही भावना डेहरिया को दिया जाना था। पर्वतारोही मधुसूदन पाटीदार की याचिका पर हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया है। इस अवॉर्ड से संबंधित दो अन्य मामले भी जबलपुर हाईकोर्ट में विचाराधीन हैं।
भावना डेहरिया को चुना गया था पुरस्कार के लिए
राज्य सरकार ने 2023 के लिए एडवेंचर स्पोर्ट्स श्रेणी में छिंदवाड़ा की पर्वतारोही भावना डेहरिया को विक्रम अवॉर्ड के लिए चुना था। राऊ निवासी मधुसूदन पाटीदार ने इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी। पाटीदार का दावा है कि वे डेहरिया से वरिष्ठ हैं और समय से पहले माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाले पर्वतारोही हैं। उन्होंने अपनी उपलब्धियों के साथ विक्रम अवॉर्ड के लिए खेल विभाग को लिखित और मौखिक आवेदन किया था, लेकिन सरकार ने न तो सुनवाई की और न ही कोई प्रतिक्रिया दी। इसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार को पाटीदार के आवेदन पर चार सप्ताह में फैसला लेने का आदेश दिया था। समय सीमा बीतने के बावजूद खेल एवं युवक कल्याण विभाग ने कोई निर्णय नहीं लिया। इसके बाद पाटीदार ने एडवोकेट अंकुर तिवारी और शिवांश द्विवेदी के माध्यम से हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर की।
एडवोकेट अंकुर तिवारी ने बताया कि मंगलवार को हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट ने पाटीदार के पक्ष में स्टे जारी करते हुए आदेश दिया कि जब तक उनकी याचिका पर अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक विक्रम अवॉर्ड (स्पेशल एडवेंचर अवॉर्ड) किसी को नहीं दिया जाएगा।
समारोह से पहले आया स्टे आदेश
मीडिया के अनुसार, यह अवॉर्ड 29 अगस्त को खेल दिवस के अवसर पर दिया जाना था। हालांकि, मध्य प्रदेश सरकार ने 5 अगस्त को भोपाल में मध्य प्रदेश शिखर खेल अलंकरण और 38वें नेशनल गेम्स 2025 के पदक विजेता खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया। हाईकोर्ट को सूचित किया गया कि समारोह के बावजूद अवॉर्ड पर फैसला लंबित है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने समारोह शुरू होने से मात्र दो घंटे पहले स्टे आदेश जारी किया।