Madhya Pradesh cabinet expansion: कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. मंत्रिमंडल के विस्तार में लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जातीय समीकरण और क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से कई नेताओं को मंत्री बनाया गया है.
MP Government Minister: मध्यप्रदेश में 25 दिसंबर को मोहन यादव सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ है. राज्यपाल ने राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले कुं. विजय शाह, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा और राव उदय प्रताप सिंह को मंत्री पद की शपथ दिलाई। 10 विधायकों को राज्य मंत्री बनाया गया है. सीएम मोहन यादव सहित दोनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा भी राजभवन में मौजूद रहे.
पहली बार जीतकर आए 6 विधायक बने मंत्री
प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, संपतिया उइके, नरेंद्र सिंह पटेल,प्रतिमा बागरी, राधा सिंह पहली बार मंत्री बने हैं. बता दें कि इससे पहले प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह सांसद थे. इसके अलावा कैलाश विजयवर्गीय चौथी बार मंत्री बने हैं. सिंधिया समर्थकों से 5 में से 3 विधायकों को मंत्री बनाया गया है. भाजपा ने 7 कद्दावर नेताओं को चुनाव मैदान में उतारा था. कैबिनेट मंत्री बने 6 विधायक शिवराज सरकार के हैं.
कैबिनेट मंत्री की शपथ लेने वाले विधायक
MP Cabinet Minister: 18 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. इस लिस्ट में कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदय प्रताप सिंह, कुंवर विजय शाह, तुलसीराम सिलावट, एदल सिंह कंसाना, निर्मला भूरिया, गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग, नारायण सिंह कुशवाह, नागर सिंह चौहान, चैतन्य कश्यप, इंदर सिंह परमार, राकेश शुक्ला, प्रद्दुम्न सिंह तोमर, संपतिया उइके का नाम है.
राज्यमंत्री की शपथ लेने वाले विधायक
Minister of State and Independent Charge of MP: राज्य मंत्री पद की शपथ लेने वाले 10 विधायक कृष्णा गौर, धर्मेंद्र लोधी, दिलीप जायसवाल, लखन पटेल, नारायण सिंह पंवार, गौतम टेटवाल, नरेंद्र शिवजी पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह, दिलीप अहिरवार हैं.
कांग्रेस के इरादों पर फिरा पानी
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जातिगत जनगणना का दांव चला था. लोकसभा चुनाव भी नजदीक है उससे पहले भाजपा ने विपक्ष के इस दांव पर पानी फेर दिया। भाजपा ने विपक्ष के दांव को फेल करने के लिए OBC सीएम के साथ सामान्य और एससी डिप्टी सीएम की रणनीति का सहारा लिया, अब मंत्रिमंडल के गठन में भी उसका विस्तार दिखाई दे रहा है. MP की नई कैबिनेट को 28 मंत्री मिले हैं.
ओबीसी के 12 मंत्री बनाए गए
MP की नई मंत्रिमंडल में जिन 28 मंत्रियों ने शपथ ली है, उनमें से 18 कैबिनेट, 6 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 4 राज्यमंत्री शामिल हैं. नए मंत्रियों में ओबीसी का जलवा है. 28 में से 12 मंत्री ओबीसी वर्ग से बनाए गए हैं. सामान्य वर्ग से सात और अनुसूचित जाति से 5 मंत्री बनाए गए हैं. नई कैबिनेट में अनुसूचित जनजाति से भी चार मंत्री बनाए गए हैं. मध्यप्रदेश की नई सरकार के मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण, गुटीय संतुलन साधने की कवायद भी साफ़ दिख रही है.
बिना गुट वालों को भी जगह
डॉ. मोहन के मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे के विधायकों को भी जगह मिली है. वहीं बात की जाए शिवराज के करीबियों की तो उन्हें भी शामिल किया गया है. हालांकि शिवराज सरकार में मंत्री रहे गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, हरदीप सिंह डंग, बिसाहू लाल सिंह, उषा ठाकुर, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, मीणा सिंह, बृजेन्द्र सिंह यादव को नए मंत्रिमंडल में नहीं शामिल किया गया है. इस बार ऐसे विधायकों के नाम भी मंत्रिमंडल में हैं जो इन दोनों में किसी के गुट से नहीं हैं. यानी या तो इन नामों को सीएम मोहन यादव ने या फिर सीधे हाईकमान ने आगे बढ़ाया होगा।
नए चेहरों के साथ संतुलन
नए मंत्रिमंडल में नए और पुराने चेहरों के बीच संतुलन साधने की कवायद भी साफ़ नजर आ रही है. मोहन यादव के मंत्रिमंडल में विश्वास सारंग, प्रद्दुम्न सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय जैसे दिग्गजों को शामिल किया गया है. वहीं कृष्णा गौर और एदल सिंह कंसाना समेत 7 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार मंत्री बने हैं. मोहन मंत्रिमंडल में अनुभवी और नए चेहरों के बीच संतुलन साधने की रणनीति भी साफ़ दिखाई दे रही है.