MP GK | मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों का नाम कैसे पड़ा

MP City Name History In Hindi: देश के हृदयस्थल में स्थित मध्य प्रदेश में- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रीवा, सतना, सागर इत्यादि बहुत सारे शहर हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख शहरों के बारे में उनका नामकरण कैसे और उनका प्राचीन नाम क्या था।

MP GK

  1. भोपाल – भोपाल का पुराना नाम भोजपाल था। 11वीं शताब्दी में राजा भोज ने भोजपुर नगर और एक तालाब की स्थापना की थी। इसी वजह से इसे भोपाल कहा जाता है।
  2. इंदौर– इंदौर का पुराना नाम इन्द्रपुर था। कहते हैं चौधरी नंदलाल मंडलोई ने यह शहर बसाया था। बाद में होल्करशाही ने इसे अपनी राजधानी बनाया।
  3. जबलपुर – मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर का नाम जाबालिपत्तन नाम गाँव के कारण पड़ा, जो कलचुरी राजाओं के समय आबाद था। यहाँ से कुछ दूर पर ही त्रिपुरी नगर और गढ़ा कटंगा जैसे नगर भी थे।
  4. ग्वालियर – ग्वालियर का नाम ग्वालियर के किले के कारण पड़ा। ग्वालियर का दुर्ग गोपाचल नाम की पहाड़ी पर निर्मित था। दरसल इस पहाड़ी में, पशुओं के लिए खूब चारागाह था, जिसके कारण इसे गोपाचल दुर्ग कहा जाता था। कालांतर में गोपाचल से ग्वालियर हो गया।
  5. रीवा – रीवा का नाम, नर्मदा नदी के कारण पड़ा। दरसल नर्मदा नदी को स्कन्दपुराण में रेवा कहा गया है। इसीलिए यहाँ के राजाओं ने इस नगर का नाम रीवा रखा। हालांकि कलचुरि राजाओं के समय यहाँ रेवापत्तनम का गाँव था, जिसके कारण इसे रीवा कहा जाता था।
  6. सतना – सतना का नाम यहाँ स्थित एक नदी सुतना के कारण पड़ा।
  7. विदिशा – विदिशा का प्राचीन नाम भेलसा था। भेलसा से ही विदिशा बना।
  8. उज्जैन – उज्जैन का पुराना नाम उज्जैयिनी था। यह अवंती महाजनपद की राजधानी था। उज्जैयिनी शब्द का प्रादुर्भाव प्राकृत भाषा से हुआ है। इस संबंध विजय से है, यही उज्जैयिनी ही बाद में उज्जैन नाम से जाना गया।
  9. सागर – सागर का नाम एक विशाल तालाब के कारण पड़ा, मराठों ने यहीं एक नगर बसाया और सागर जैसे विशाल तालाब के कारण ही इसका नाम सागर पड़ा।
  10. रतलाम – यह शहर अपने रतलामी सेवों के लिए मशहूर है। 17 वीं शताब्दी में इस नगर की स्थापना राठौड़ राजा रतन सिंह ने की थी, जिसके कारण इसे रतलाम कहा जाने लगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *