MP Assembly Election 2023: MP में विधानसभा चुनाव अपने पीक पर है, हर नेता अपने एड़ी-चोटी का जोर चुनावी मैदान में लगा रहा है. रीवा राज परिवार के युवराज दिव्यराज सिंह (Divyaraj Singh) सिरमौर विधानसभा से मैदान में है. युवराज दिव्यराज के साथ उनका पूरा परिवार गांव की गलियों में खाक छान रहा है.
Vindhy political news: कांग्रेस ने यहाँ से अपना प्रत्याशी रामगरीब वनवासी (Ramgarib Vanbasi) को मैदान में उतारा है. आदिवासी नेता से डर इतना कि महाराज-महारानी, युवराज-युवरानी और राजकुमारी को गांव की पगडंडियों में चुनाव प्रचार करने के लिए दिन रात एक करना पड़ रहा है. कुल मिलाकर राजपरिवार अपना शाख बचाने में लगा हुआ है.
MP vidhansabha chunav 2023: आदमी आजाद है, देश भी स्वतंत्र है…. राजा गए रानी गई, अब तो प्रजातंत्र है। … Welcome to Sajjanpur फिल्म का यह गाना चुनाव के बीच याद आ रहा है. लोकतंत्र के इस महापर्व में मुकाबला गरीब वनवासी और महलवासी के बीच में हैं. आदिवासी नेता से डर इतना कि महाराज-महारानी, युवराज-युवरानी और राजकुमारी को गांव की पगडंडियों में चुनाव प्रचार करने के लिए दिन रात एक करना पड़ रहा है. कुल मिलाकर राजपरिवार अपना शाख बचाने में लगा हुआ है. जनता वनवासी और महलवासी के बीच लड़ाई का आनंद ले रही है.
विंध्य की यह सीट हर किसी के नजर में है. मुकाबला रोचक तो हई है और मजेदार भी है, मजेदार इसलिए की, बघेलखण्ड की सबसे बड़ी रीवा रियासत जिसने 450 सालों तक हुकूमत चलाई। राजतंत्र का दी एन्ड होने के बाद प्रजातंत्र में भी राजपरिवार की हिस्सेदारी रही. महाराजा मार्तण्ड सिंह और राजमाता प्रवीण कुमारी ने राजनीति की, राजनीति की इस विरासत को आगे बढ़ाते हुए पुष्पराज सिंह विधायक और मंत्री बने. पुरखों की इस विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब युवराज दिव्यराज सिंह को है.
भाजपा ने सिरमौर विधानसभा से दिव्यराज सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं कांग्रेस ने आदिवासी नेता रामगरीब को अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने रामगरीब को अपना कैंडिडेट बनाकर बड़ा दांव खेला है. कांग्रेस ने इनको उमीदवार बनाकर आसपास की विधानसभा के आदिवासी वोटरों को साधने का प्रयास किया है.
सतपाल महाराज आ रहे प्रचार करने
रॉयल फैमिली सदस्य राजकुमारी मोहिना सिंह एक वीडियो मैसेज भेज कर अपने भाई दिव्यराज सिंह के लिए वोट मांग रही हैं. उत्तराखंड के पर्यटक मंत्री और मोहिना सिंह के ससुर सतपाल महाराज प्रचार के लिए सिरमौर आने वाले हैं. जबकि दिव्यराज सिंह के ससुर सिरमौर कब से जमे हुए हैं.
2 बार से विधायक हैं युवराज
दिव्यराज सिंह लगातार दो बार से विधायक हैं. बता दें कि साल 2013 में कांग्रेस के विवेक तिवारी (बबला) को हरा कर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. पिछले 2018 में विवेक तिवारी की पत्नी अरुणा तिवारी को हराया था. लेकिन ये टक्कर अलग है इस बार आदिवासी नेता रामगरीब से मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.
क्या बोले रामगरीब वनवासी?
रामगरीब वनवासी का कहना है कि लड़ाई राजा और आदिवासी के बीच नहीं है. लड़ाई तो विचारधरा की है. कमलनाथ और कांग्रेस ने हमारे ऊपर भरोसा जताया है. उन्होंने दावा किया है कि सिरमौर से कांग्रेस जीत रही है. उन्होंने कहा सिरमौर ही नहीं हम विंध्य की तीसों सीट जीत रहे हैं.