MP-UP Tourism MoU: लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल की उपस्थिति में यह समझौता किया गया। डिप्टी सीएम शुक्ल ने कहा कि किसी क्षेत्र में तीव्र विकास तीन क्रांतियों से संभव है: औद्योगिक क्रांति, हरित क्रांति और पर्यटन क्रांति। ये तीनों क्रांतियां स्व-रोजगार और रोजगार के अवसर सृजित करती हैं।
MP-UP Tourism MoU: श्रीराम पथ गमन, श्रीकृष्ण पाथेय और बुद्ध सर्किट के रिसर्च और विकास की दृष्टि से मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू हुआ है। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल की उपस्थिति में यह समझौता किया गया। डिप्टी सीएम शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं उन्नति के नए द्वार खोलेंगी।
लखनऊ के होटल ताज महल में आयोजित पर्यटन रोड शो में पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े लोग शामिल हुए। डिप्टी सीएम शुक्ल ने कहा कि किसी क्षेत्र में तीव्र विकास तीन क्रांतियों से संभव है: औद्योगिक क्रांति, हरित क्रांति और पर्यटन क्रांति। ये तीनों क्रांतियां स्व-रोजगार और रोजगार के अवसर सृजित करती हैं। मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश दोनों इन क्रांतियों के लिए सबसे उपयुक्त राज्य हैं। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश का सांस्कृतिक जुड़ाव गहरा है। दोनों राज्यों के रीति-रिवाज, त्योहार, खान-पान और रिश्ते-नाते समान हैं।
मां गंगा से मां नर्मदा तक की यह यात्रा न केवल पर्यटकों को सुखद अनुभव देगी, बल्कि दोनों राज्यों के संबंधों को भी मजबूत करेगी। मध्यप्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने कहा कि पर्यटन किसी भी राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक विकास की रीढ़ है। वर्तमान में पर्यटन उद्योग वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में पर्यटन अधोसंरचनाओं और सुविधाओं के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश अपनी प्राकृतिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक, सांस्कृतिक और धार्मिक संपदा के लिए विश्वविख्यात है। मंत्री लोधी ने मध्यप्रदेश की पर्यटन नीति और निवेश के अवसरों पर चर्चा करते हुए सभी को पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया।
गंगा-नर्मदा कॉरिडोर से खुलेगी पर्यटन की नई राह
पर्यटन एवं संस्कृति प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन की दृष्टि से भारत का एक समृद्ध और विविधतापूर्ण राज्य है। उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के पर्यटन में कई समानताएं हैं। बाबा महाकाल और बाबा काशी विश्वनाथ विश्वभर के श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। दोनों ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने के लिए काशी विश्वनाथ-महाकाल एक्सप्रेस संचालित हो रही है। प्रस्तावित गंगा-नर्मदा पर्यटन कॉरिडोर परियोजना के तहत मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर से गुजरने वाला यह गलियारा दोनों राज्यों के बीच पर्यटन सहयोग को बढ़ाएगा। इससे पर्यटकों को समृद्ध और विविध अनुभव प्राप्त होगा, साथ ही धार्मिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य और विरासत पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
एमपी में अक्टूबर में होगा इवेंट
मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रैवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के बीच सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से एमपी टूरिज्म बोर्ड ने इस रोड शो का आयोजन किया। यह रोड शो 11 से 13 अक्टूबर तक होने वाले मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट और रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियों का हिस्सा है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम और अभिनेता पंकज त्रिपाठी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
यूपी-एमपी की बेहतर कनेक्टिविटी
उत्तर प्रदेश से मध्यप्रदेश की यात्रा अब पहले से कहीं अधिक सुगम हो गई है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे लखनऊ, वाराणसी, आगरा, कानपुर और प्रयागराज से मध्यप्रदेश के ग्वालियर, खजुराहो, भोपाल, इंदौर और जबलपुर तक हवाई यात्रा आसान है। इसके साथ ही रेल मार्ग से रीवा, ओरछा, ग्वालियर और खजुराहो जुड़े हैं। मध्यप्रदेश पहुंचने के बाद पर्यटकों के लिए मजबूत सड़क नेटवर्क उपलब्ध है, जिससे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक कम समय में सुविधाजनक यात्रा संभव है।