Most Used Indian Spices and Their Impact on Health – बारिश का मौसम जहां धरती को हरियाली से भर देता है, वहीं यह शरीर के लिए कई तरह की चुनौतियां भी लाता है जैसे पाचन समस्या, संक्रमण, जोड़ों का दर्द और सर्दी-जुकाम। ऐसे में भारतीय रसोई में मौजूद देसी मसाले केवल स्वाद बढ़ाने का काम नहीं करते, बल्कि यह हमारी सेहत की रक्षा भी करते हैं। इन मसालों का सही उपयोग न केवल भोजन को स्वादिष्ट बनाता है बल्कि यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं ऐसे कुछ देसी मसालों के बारे में जो खासतौर पर मानसून में ज़्यादा उपयोग में आते हैं, और उनका हमारे शरीर पर क्या असर होता है।
अदरक – Ginger
उपयोग – चाय, सब्ज़ी, काढ़ा, तड़का
असर – सर्दी-जुकाम से राहत,सूजन और जोड़ों के दर्द में फायदेमंद पाचन में सहायक है।
विशेष सलाह – अदरक का सेवन शहद या तुलसी के साथ किया जाए तो मानसून में गले की खराश में बहुत असरदार होता है।
लहसुन – Garlic
उपयोग – दाल, सब्ज़ी, चटनी, सूप
असर – रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है, फंगल व बैक्टीरियल संक्रमण से सुरक्षा दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
विशेष सलाह – बारिश में फंगस व वायरल फैलने के खतरे में लहसुन एंटीबायोटिक की तरह काम करता है।
काली मिर्च – Black Pepper
उपयोग – सूप, चाय, सब्ज़ी, काढ़ा
असर – इम्युनिटी बूस्टर और ब्रोड एंटीबायोटिक, गले की खराश व सर्दी में राहत ,शरीर की गर्मी बनाए रखता है।
विशेष सलाह – हल्दी के साथ मिलाकर दूध में डालने पर यह मानसून में बेहद उपयोगी होता है।
हल्दी – Turmeric
उपयोग – सब्ज़ी, दूध, काढ़ा, पूजन
असर – एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी
त्वचा संक्रमण से सुरक्षा चोट, घाव या दर्द में राहत
विशेष सलाह – “गोल्डन मिल्क” यानी हल्दी वाला दूध मानसून में ज़रूर सेवन करें।
हींग – Asafoetida
उपयोग – दाल, कढ़ी, तड़का
असर – गैस व अपच से राहत,पेट दर्द में असरदार
मानसून में कमजोर डाइजेशन को सुधारने वाली है।
विशेष सलाह – चुटकी भर हींग का तड़का मानसून में अनिवार्य रूप से लें।
दालचीनी – Cinnamon
उपयोग – चाय, मीठा, खिचड़ी, काढ़ा
असर – ब्लड शुगर कंट्रोल में मददगार,संक्रमण से बचाव
शरीर को गर्मी देता है
विशेष सलाह – सुबह-सुबह दालचीनी वाली हर्बल चाय बहुत फायदेमंद है।
लौंग – Clove
उपयोग – चाय, पुलाव, सब्ज़ी, तेल
असर – गले के संक्रमण में उपयोगी,दांत दर्द में राहत
मानसून में सांस संबंधी दिक्कतों से बचाव करती है
विशेष सलाह – लौंग को शहद में मिलाकर सेवन करें, इम्युनिटी में लाभ होगा।
तेजपत्ता – Bay Leaf
उपयोग – पुलाव, सब्ज़ी, सूप
असर – पाचन सुधारता है,शरीर को डिटॉक्स करता है
फंगल संक्रमण से भी सुरक्षा देता है।
विशेष सलाह – तेजपत्ता मानसून की खिचड़ी और दाल में ज़रूर शामिल करें।
विशेष – Conclusion
भारतीय रसोईघर में छिपे ये देसी मसाले सिर्फ स्वाद तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह बदलते मौसम में एक आयुर्वेदिक कवच की तरह काम करते हैं। मानसून में जब मौसमी बीमारियाँ आसानी से हमला करती हैं, ऐसे में इन मसालों का संतुलित और नियमित उपयोग हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और शरीर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखता है।