Cricketer Monty Panesar News: भारतीय मूल के इंग्लैंड के पूर्व स्पिन गेंदबाज मोंटी पनेसर ब्रिटेन के आम चुनावों में सांसदी का चुनाव लड़ेंगे। वह जॉर्ज गैलोवे की वर्कर्स पार्टी से आगामी चुनाव में ताल ठोकते नजर आएंगे।
लुटन में जन्में पनेसर ने इंग्लैंड के लिए 50 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 34.71 के औसत से कुल 167 विकेट चटकाए हैं और अब वह ईलिंग साउथहॉल से चुनावी पिच पर अपनी फिरकी का जादू दिखाने के लिए तैयार हैं। यह निर्वाचन क्षेत्र 2007 से भारतीय मूल के विवेंद्र शर्मा के नेतृत्व में लेबर पार्टी का गढ़ रहा है। शर्मा के पास वर्तमान में उस निर्वाचन क्षेत्र में 16,000 से अधिक का बहुमत है। जिस क्षेत्र से पनेसर चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं, उसकी जनसंख्या 2021 की जनगणना के अनुसार लगभग एक तिहाई यानी 30 प्रतिशत एशियाई मूल के निवासियों की है।
प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं पनेसर
पनेसर ने ‘द टेलीग्राफ’ में अपने एक लेख में कहा, “मैं इस देश के मजदूरों की आवाज बनना चाहता हूं। राजनीति में मेरी महत्वाकांक्षा एक दिन प्रधानमंत्री बनने की है, जहां मैं ब्रिटेन को एक सुरक्षित और मजबूत राष्ट्र बनाऊंगा। लेकिन फिलहाल मेरा मुख्य लक्ष्य ईलिंग साउथहॉल के लोगों का प्रतिनिधित्व करना है।”
मौजूदा सांसद गैलोवे ने लेबर पार्टी के सांसद सर टोनी लॉयड की मौत के बाद हुए रोशडेल उपचुनाव में जीत हासिल करके मार्च में हाउस ऑफ कॉमन्स में वापसी की। वहीं मंगलवार की सुबह अपनी बात रखते हुए, गैलोवे ने पुष्टि की कि 42 वर्षीय पनेसर को संसद भवन के बाहर एक प्रेस कार्यक्रम में उनकी पार्टी उन्हें उम्मीदवार के रूप में पेश करेगी।
एलबीसी से बात करते हुए, गैलोवे ने कहा: “मैं आज दोपहर संसद के बाहर 200 प्रत्याशियों की घोषणा करूंगा, जिनमें पनेसर भी शामिल हैं। आपको बतौर सांसद प्रत्याशी पनेसर पसंद आएंगे, क्योंकि मोंटी पनेसर, भारतीय मूल के इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं और वह साउथॉल में हमारे उम्मीदवार होंगे।”
“बेशक, मोंटी बाएं हाथ के एक महान स्पिनर रहे हैं और इसलिए हम उन्हें चुनाव लड़ने का बड़ा मौका दे रहे हैं और हम सभी उनके साथ हैं।”
पनेसर, जिनका पूरा नाम मुधसूदन सिंह पनेसर है, साल 2006 में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले सिख क्रिकेटर बने थे। उन्हें भारत के दौरे पर नागपुर में पहले टेस्ट मैच में साल 2006 में डेब्यू करने का मौका मिला था।
क्रिकेट को अलविद कहने के बाद, उन्होंने लंदन के सेंट मैरी विश्वविद्यालय में खेल पत्रकारिता का कोर्स किया। जिसके बाद उन्होंने हाल ही में बीते महीने के शुरू में “शो रेसिज्म द रेड कार्ड” अभियान को अपना समर्थन दिया, जिसमें उन्होंने एक वीडियो में इमिग्रेशन के फायदों के बारे में बात की।
साल 2021 में उन्होंने अपने पूर्व इंग्लैंड के कप्तान माइकल वॉन का बचाव किया, जिन पर 2009 में यॉर्कशायर के लिए एक मैच के दौरान अज़ीम रफीक के ख़िलाफ़ नस्लीय भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था।