RSS Chief Mohan Bhagwat Speech : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में दशहरा समारोह की शुरुआत ‘शस्त्र पूजा’ से की। संघ हर साल विजयादशमी के अवसर पर यह कार्यक्रम आयोजित करता है। इस अवसर पर भागवत ने आरएसएस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। यह दिन आरएसएस कार्यकर्ताओं के लिए खास होता है। दरअसल, विजयादशमी के दिन आरएसएस पूरे विधि-विधान से शस्त्र पूजा करता है। आरएसएस की स्थापना 27 सितंबर 1925 को विजयादशमी के दिन ही हुई थी।
अहिल्याबाई होल्कर और दयानंद सरस्वती को किया याद
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अहिल्याबाई होल्कर और दयानंद सरस्वती द्वारा देश सेवा के लिए किए गए कार्यों को याद करते हुए कहा, ‘अहिल्याबाई होल्कर ने अत्यंत विपरीत परिस्थितियों में राज्य चलाया, रणनीतिक कौशल दिखाया, अपने राज्यों का प्रबंधन किया, लेकिन पूरे देश में धर्म और संस्कृति के उत्थान के लिए जगह-जगह मंदिर और धर्मशालाएं भी बनवाईं और खुद कुछ न करके एक मिसाल कायम की। हम इस अवसर पर उन्हें याद करते हैं।’
बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर सरसंघचालक भड़के
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ, उसे हम सबने देखा। वहां पर जो हंगामा हुआ, उसके कुछ तात्कालिक कारण थे। लेकिन इतने बड़े हंगामे के पीछे के बड़े कारणों को समझना जरूरी है। बांग्लादेशी हिंदुओं पर फिर से अत्याचार हुआ। तब हिंदुओं को अपनी रक्षा के लिए आगे आना पड़ा। कमजोरों पर अत्याचार करने वाली कट्टरपंथी ताकत वहां के सभी अल्पसंख्यकों के लिए खतरनाक है। उन्हें भारत सरकार की मदद मिलनी चाहिए। कमजोर होना अपराध है, इसलिए हिंदुओं को एकजुट होने की जरूरत है।
जहां कट्टरपंथी मानसिकता पनपती है, वहां हर धर्म खतरे में होता है
मोहन भागवत बोले भारत निरंतर विकास की ओर अग्रसर है। लेकिन जब कोई भी देश आगे बढ़ता है, तो उसके रास्ते में रुकावट पैदा करने वाले कई लोग होते हैं। इसलिए दुनिया में दूसरे देशों की सरकारों को कमजोर करना जारी है। अभी हमने देखा कि हमारे पड़ोस में बांग्लादेश में क्या हुआ। उस हंगामे के कारण हिंदू समाज पर फिर से हमला हुआ। जब तक वहां कट्टरपंथ की मानसिकता रहेगी, तब तक हिंदुओं के साथ-साथ दूसरे अल्पसंख्यकों पर भी हमले का खतरा बना रहेगा।
नागपुर में संघ मुख्यालय में शस्त्र पूजा और संघ प्रार्थना की गई
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य विजयादशमी मनाने के लिए नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में एकत्र हुए और संघ प्रार्थना की। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री फडणवीस और पूर्व इसरो प्रमुख के. सिवन मौजूद थे । संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजा को बढ़ावा दिया। आरएसएस सदस्यों ने विजयादशमी उत्सव के अवसर पर पथ संचलन के कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
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