भारत से पंगा पड़ा मंहगा, जाएगी मोहम्मद मोइज्जू की कुर्सी!

MOHAMED MOIZZU

इस मुद्दे पर 28 जनवरी को मालदीव की संसद के अंदर उस समय हाथापाई हो गई, जब सत्तारूढ़ दल ने अविश्वास प्रस्ताव को विफल करने का प्रयास किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. विशेष रूप से पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की एमडीपी संसद पर नियंत्रण रखती है और सत्तारूढ़ गठबंधन-प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ़ मालदीव और राष्ट्रपति मोदम्मद मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस के पास संसदीय बहुमत नहीं है.

मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) का संसदीय समूह भारत जैसे सहयोगी देशों के साथ हालिया कूटनीतिक खींचतान के मद्देनजर राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने पर सहमत हो गया है. एमडीपी, एक अन्य विपक्षी दल, डेमोक्रेट्स के साथ साझेदारी में, महाभियोग प्रस्ताव शुरू करने के लिए पर्याप्त हस्ताक्षर जुटाने में कामयाब रही है.

इस मुद्दे पर 28 जनवरी को देश की संसद के अंदर उस वक्त हाथापाई हो गई, जब सत्तारूढ़ दल ने अविश्वास प्रस्ताव को विफल करने का प्रयास किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. विशेष रूप से पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की एमडीपी संसद पर नियंत्रण रखती है और सत्तारूढ़ गठबंधन-प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ़ मालदीव और राष्ट्रपति मोदम्मद मुइज्जू की पीपुल्स नेशनल कांग्रेस के पास संसदीय बहुमत नहीं है.

संसद के नियमों को पिछले साल संशोधित किया गया था जो एमडीपी को अल्पसंख्यक दलों के समर्थन की आवश्यकता के बिना मुइज्जु पर महाभियोग चलाने की शक्ति देता है. संशोधन की संसदीय मंजूरी के बाद, महाभियोग के लिए 54 वोटों की आवश्यकता होती है, जबकि वर्तमान संसद सत्र में 56 एमडीपी सदस्य शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, नए संशोधन ने महाभियोग समिति में आवश्यक सदस्यों की संख्या को घटाकर सात कर दिया है, जबकि संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले सभी दलों को समिति के लिए चुने जाने की आवश्यकता नहीं है.

इससे पहले मालदीव की संसद में 28 जनवरी को मोहम्मद मोइज्जू के मंत्रिमंडल में चार सदस्यों को मंजूरी देने पर हुए मतभेद को लेकर सरकार समर्थक सांसदों और विपक्षी सांसदों के बीच झड़प हो गई थी. स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, मुख्य विपक्षी दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी ने कैबिनेट पर मतदान से पहले राष्ट्रपति मुइज्जु के मंत्रिमंडल के चार सदस्यों की संसदीय मंजूरी रोकने का फैसला किया।

जिसके बाद सरकार समर्थक सांसदों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे संसदीय बैठक की कार्यवाही बाधित हो गई. खबरों के अनुसार, झड़प के दौरान कंदिथीमू से सांसद अब्दुल्ला शहीम और केन्दीकुलहुधू से सांसद अहमद ईसा के बीच हाथापाई हुई थी. ख़बरों के अनुसार पता चला कि हाथापाई के दौरान दोनों सांसद चेंबर के पास गिर गए, जिससे शहीम के सिर पर भी चोंटे आईं. अल्पसंख्यक नेता मूसा सिराज ने विवाद को रोकने का प्रयास किया। खबरों के अनुसार शहीम को अस्पताल ले जाया गया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सांसद, अध्यक्ष की कुर्सी के पास इकट्ठा होते हुए और हाथापाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं.

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