जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में अपनी योजना के द्वारा रोजगार पैदा करना चाहती है
केंद्र में काबिज मोदी सरकार का पूरा ध्यान देश में बेरोजगारी ( Unemployment ) कम करना है। जिसके बाद लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के बाद पीएम मोदी का खास इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं।
इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन दोगुना करने जा रही
मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में अपनी योजना के द्वारा रोजगार पैदा करना चाहती है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने खास जानकारी दी है। जिसके मुताबिक आने वाले पांच साल में भारत सरकार देश के इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन दोगुना करने जा रही है। जिसके कारण युवाओं के लिए नौकरियों के सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे।
नौकरियों को दोगुना करके 50 लाख
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत का आगामी पांच साल में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन करीब 250 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। वर्तमान समय की अगर बात करें तो देश में इलेक्ट्रॉनिक निर्यात 125-130 अरब डॉलर है। सरकार इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन के क्षेत्र में नौकरियां पैदा करके बेरोजगारी ( Unemployment ) की समस्या से निपटना चाहती है। फिलहाल इस क्षेत्र में करीब 25 लाख लोग कार्यरत हैं। मोदी सरकार का लक्ष्य देश में नौकरियों को दोगुना करके 50 लाख करने का है। अगले पांच साल में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन के क्षेत्र में ऐसा होना मुमकिन भी माना जा रहा है।
मंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान
देश के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात को लेकर काफी हद तक स्थिति स्पष्ट की है। उन्होने कहा कि ‘डिजिटल तकनीक को सेवाएं प्रदान करने पर हमारा फोकस बना हुआ है। साथ ही हम बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण पर ध्यान दे रहे हैं। हमारी सरकार का यही लक्ष्य है। जिसको लेकर अभी और तेजी की जाएगी।