Modi government does not consider cow as national animal: हिंदू समुदाय कई सालों से गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग करता आ रहा है, इसे भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा मानते हुए। हिंदुत्व की विचारधारा को बढ़ावा देने वाली मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद इस मांग के पूरा होने की उम्मीद बढ़ी थी। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की कोई योजना नहीं है।
12 अगस्त 2025 को संसद में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने साफ कहा कि केंद्र सरकार का गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का कोई इरादा नहीं है। यह बयान पूर्व उत्तराखंड मुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के एक सवाल के जवाब में आया। बघेल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 246(3) के तहत पशु संरक्षण का अधिकार पूरी तरह से राज्य सरकारों के पास है, और केंद्र इस मामले में कानून बनाने की स्थिति में नहीं है।
गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित क्यों नहीं कर रही है मोदी सरकार
संविधान के अनुसार, पशु संरक्षण और पशुपालन से संबंधित कानून बनाने का अधिकार राज्य सरकारों के पास है। केंद्र सरकार का कहना है कि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना राज्यों के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप हो सकता है, जो संवैधानिक रूप से जटिल है।
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है, जिसे 2011 में आधिकारिक रूप से अधिसूचित किया गया था। गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित (Cow as national animal )करने के लिए मौजूदा प्रतीक को बदलने की आवश्यकता होगी, जो एक जटिल और संवेदनशील प्रक्रिया हो सकती है।
गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का मुद्दा धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से संवेदनशील है। यह विभिन्न समुदायों के बीच तनाव पैदा कर सकता है, क्योंकि गाय हिंदू धर्म में पवित्र मानी जाती है, लेकिन अन्य समुदायों के लिए इसका वैसा महत्व नहीं है। सरकार शायद सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए इस मुद्दे से बच रही है।
हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ावा देने के बावजूद, मोदी सरकार राष्ट्रीय स्तर पर गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने से बच रही है, क्योंकि यह विपक्षी दलों और कुछ क्षेत्रीय समूहों द्वारा आलोचना का कारण बन सकता है। इसके बजाय, सरकार राष्ट्रीय गोकुल मिशन के जरिए गायों के संरक्षण और स्वदेशी नस्लों के विकास को बढ़ावा दे रही है।
गायों के लिए मोदी सरकार ने अबतक क्या किया
What has the Modi government done for cows so far: हालांकि गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित नहीं किया गया, लेकिन केंद्र सरकार 2014 से राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत गायों के संरक्षण और पशुपालन को बढ़ावा दे रही है। इस मिशन के जरिए स्वदेशी नस्लों के संरक्षण, गौशालाओं को सहायता और दूध उत्पादन को बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। 2024 में भारत के कुल 239.30 मिलियन टन दूध उत्पादन में गाय के दूध का योगदान 53.12% रहा, जो इस मिशन की सफलता को दर्शाता है।