Cabinet Minister List : सोमवार को एनडीए की मोदी सरकार 3.0 में कैबिनेट मंत्रियों के विभागों (Modi Cabinet 2024) का बंटवारा किया गया। इस बार मंत्रालयों की सूची में काफी बदलाव देखने को मिला। गठबंधन की सरकार में कुछ नए चेहरे तो कुछ पुराने चेहरों को विभाग सौंपा गया है। मगर खास बात यह कि मंत्रालय के चार बड़े और खास विभागों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ये चारों विभाग बीजेपी के चार खास नेताओं के पास हैं। इन्हें मोदी सरकार (Modi 3.0) के चार स्तंभ कहा जाता है। इनमें एक बीजेपी नेता को राजनीति का चाणक्य माना गया है।
चार बड़े मंत्रालयों में बदलाव नहीं (Modi Cabinet 2024)
दरअसल, हम मोदी सरकार 3.0 में केंद्र सरकार के गृह, रक्षा, विदेश और वित्त मंत्रालय की बात कर रहें हैं। कैबिनेट मंत्रियों को जब विभाग (Modi Cabinet 2024) आवंटित हो रहें थे, तब इन विभागों पर सबकी नजर थी। लेकिन एनडीए सरकार में बीजेपी ने चारों विभागों को अपने पास ही सुरक्षित रखा। गृह मंत्रालय अमित शाह, रक्षा मंत्रालय राजनाथ सिंह, विदेश मंत्रालय एस जयशंकर और वित्त मंत्रालय निर्मला सीतारमण के पास ही है। नरेंद्र मोदी ने इन मंत्रालयों में कोई फेरबदल भी नहीं किया। केंद्र की सरकार के निर्माण में ये चारों विभाग सबसे पावरफुल माने गए हैं। इन विभागों से देश की बागडोर सीधे तौर पर प्रधानमंत्री के हाथ में होती हैं।
मोदी के चार स्तंभ
भारतीय जनता पार्टी में अमित शाह, राजनाथ सिंह, एस. जयशंकर और निर्मला सीतारमण नरेंद्र मोदी के चार स्तंभ हैं। इनके बिना मोदी सरकार एक कदम भी नहीं चल सकती। इसलिए नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में इन चारों बिजेपी नेताओं को सबसे शक्तिशाली विभाग सौंपे थे। अब मोदी सरकार 3.0 में भी इन चारों नेताओं को उनके विभाग (Modi Cabinet 2024) फिर से दिए गए हैं। हालांकि मोदी के पहले कार्यकाल में इन चारों नेताओं की भूमिका स्थिर नहीं थी। साल 2014 में जब मोदी सरकार बनी तो अमित शाह कैबिनेट मिनिस्टर नहीं थे, वह बीजेपी अध्यक्ष के पद पर आसीन थे। राजनाथ सिंह पहले कार्यकाल में गृह मंत्री बनाए गए थे जबकि निर्मला सीतारमण तीन साल राज्यमंत्री थी और दो साल के लिए रक्षा मंत्री बनी थी।
राजनीति के चाणक्य हैं अमित शाह
भारतीय राजनीति में अमित शाह (Home Minister Amit Shah) को राजनीति का चाणक्य माना जाता है। भारतीय जनता पार्टी को दोबारा अस्तित्व में लाने के लिए अमित शाह का ही योगदान है। 2014 तक वो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे और इस दौरान उन्होंने पार्टी को विकसित किया। जब मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की दूसरी सरकार बनी तो अमित शाह ने गृह मंत्रालय पर कब्जा जमाया। केंद्र सरकार में गृह विभाग प्रधानमंत्री के समतुल्य मजबूती रखता है। 2019 में गृह मंत्री बनकर अमित शाह ने कई बड़े और विवादित कानून बनाएं। जिनमें जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाना, सीएए कानून लागू करना और अग्निवीर योजना लाना शामिल है। ये मुद्दे हैं, जिन्होंने देश में त्राहिमाम मचा दिया था। मगर बीजेपी सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला।
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सरकार के लिए क्यों खास CCS मंत्रालय
अब बात करते हैं कि गृह, रक्षा, वित्त और विदेश मंत्रालय क्यों खास है। केंद्रीय मंत्रिमंडल के चार बड़े विभागों को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) मंत्रालय भी कहते हैं। CCS केंद्र की बड़ी समिति है। यह प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आती है। CCS ही राष्ट्रीय सुरक्षा के सभी बड़े फैसले करती है। यही नहीं, देश के आंतरिक मामले, रक्षा संस्थानों में अधिकारियों की नियुक्तियाँ और खर्च से जुड़े अहम फैसले लेती है। अगर CSS समिति ने कोई फैसला किया हो और प्रधानमंत्री का उसमें मत नहीं शामिल हो तो भी समिति का निर्णय बदला नहीं जा सकता। CSS समिति में रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री और विदेश मंत्री आते हैं।
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बीजेपी को CSS मंत्रालय की जरूरत क्यों (Modi Cabinet 2024)
चलिए, अब यह भी जानते हैं कि इस बार एनडीए गठबंधन की सरकार बनने के बाद बीजेपी ने ये चारों मंत्रालय (Modi Cabinet 2024) अपने पास क्यों रखे। दरअसल, गठबंधन की सरकार में बीजेपी के लिए CCS मंत्रालय काफी जरूरी हो जाते हैं। भाजपा ने CCS के चारों मंत्रालय अपने पास इसलिए रखे हैं, जिससे पार्टी के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा और वित्तीय मामलों के अहम फैसले गठबंधन दलों के दबाव के बिना लें सके। बीजेपी सरकार की मंशा शुरू से ही कई ऐसे कानून पारित करने की है, जिसपर अन्य दलों को आपत्ति हो सकती है। ऐसे में बीजेपी सरकार की स्थिति अपने नियंत्रण में रख पाएगी।