Marathi Language Controversy: राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ा रुख अपनाते हुए इसकी निंदा की और कार्रवाई की मांग की है।
Marathi Language Controversy: महाराष्ट्र में ‘हिंदी’ और ‘मराठी’ भाषा विवाद के बीच एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें मुंबई के मीरा भायंदर इलाके में मराठी न बोलने पर एक व्यापारी की पिटाई का मामला उजागर हुआ है। राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं पर इस घटना को अंजाम देने का आरोप है। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ा रुख अपनाते हुए इसकी निंदा की और कार्रवाई की मांग की है।
वीडियो में क्या है?
मीडिया के अनुसार, मुंबई के मीरा भायंदर इलाके में मनसे के तथाकथित कार्यकर्ता एक व्यापारी के साथ बहस करते नजर आए। वायरल वीडियो में कार्यकर्ता व्यापारी को मराठी बोलने के लिए दबाव डाल रहे थे। व्यापारी ने जवाब दिया कि उसे मराठी सीखनी पड़ेगी, साथ ही यह भी कहा कि महाराष्ट्र में सभी भाषाएं बोली जाती हैं। इस पर मनसे कार्यकर्ताओं ने दबंगई दिखाते हुए व्यापारी को थप्पड़ मारना शुरू कर दिया।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री का बयान
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री योगेश कदम ने इस घटना पर कहा, “पिछले कुछ महीनों से हिंदी और मराठी भाषा को लेकर विवाद चल रहा है। कुछ लोग आगामी नगर निगम चुनावों को ध्यान में रखकर इस मुद्दे को भुना रहे हैं। मैं स्पष्ट कर दूं कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। महाराष्ट्र में मराठी भाषा का उपयोग जरूरी है, और हमारी सरकार मराठी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। लेकिन कानून को हाथ में लेने के बजाय नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें, ताकि संबंधित व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई हो।
“बीजेपी नेता नरेंद्र मेहता की प्रतिक्रिया
मीरा भायंदर से बीजेपी विधायक नरेंद्र मेहता ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पुराने वीडियो को साझा करते हुए लिखा, “मीरा-भायंदर में मराठी में बात न करने पर एक व्यापारी की पिटाई बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मराठी हमारी पहचान, संस्कृति और गौरव का हिस्सा है। इसका प्रचार-प्रसार जरूरी है, लेकिन यह प्यार, समझ और सहिष्णुता के साथ होना चाहिए।
“मनसे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग
नरेंद्र मेहता ने आगे कहा, “किसी व्यक्ति की भाषा के चयन के कारण मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा की गई यह हिंसक घटना उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन करती है और महाराष्ट्र की सहिष्णु परंपरा को ठेस पहुंचाती है। मैं इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं और मांग करता हूं कि संबंधित एजेंसियां इस घटना को गंभीरता से लें और उचित कार्रवाई करें।”