MLAs from across the division narrated their problems: रीवा कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक [Divisional Review Meeting] में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला और अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया के सामने विधायकों ने अपनी पीड़ा बताई। निर्माण कार्यों के संबंध में सभी विधायकों की समस्या एक जैसी रही। सभी ने कहा कि अपने क्षेत्र में करोड़ो के निर्माण कार्यों की स्वीकृति के बाद भूमि पूजन करा दिया लेकिन कई महीने बाद भी अब तक काम अधूरे पड़े हैं। संबंधित विभागों का तर्क होता है कि राशि के अभाव में काम रुका हुआ है। विधायकों ने कहा कि जनता काम पूरा नहीं होने का कारण पूछती है, इस पर हम क्या जवाब दें। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी समस्या नहीं होना चाहिए क्योंकि हमारे क्षेत्र में काम पूरे हो रहे हैं। बाद में अधिकारियों ने बताया कि नगरीय प्रशासन सहित कुछ विभागों की राशि आने से काम पूरा हुआ है अन्य विभागों से राशि नहीं मिली है। शुक्ला ने कहा कि विधायक निधि से स्वीकृत 15 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों की राशि लोक निर्माण विभाग तथा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को जारी करने के लिए वरिष्ठ कार्यालयों का ध्यान आकृष्ट किया जाएगा। इस पर चित्रकूट विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार, सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह, सीधी विधायक रीति पाठक, देवसर विधायक राजेन्द्र मेश्राम, श्रीकांत चतुर्वेदी मैहर सहित अन्य ने कहा कि राशि जल्दी जारी कराएं ताकि समय पर काम पूरे हो सकें। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया ने कहा कि संभागीय बैठक में दिए गए सभी सुझावों और मांगों पर संबंधित विभाग तत्परता से कार्यवाही करेंगे। संभागायुक्त बीएस जामोद ने गत संभागीय बैठक के पालन प्रतिवेदन की जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में नगरीय विकास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, जिला पंचायत अध्यक्ष सतना रामखेलावन कोल, आईजी एमएस सिकरवार, डीआईजी एसपी पाण्डेय, संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा संभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
विधायकों ने यह भी मांगें रखीं
राधा सिंह (राज्यमंत्री) [Radha Singh (Minister of State)] : सीधी से सिंगरौली फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य कब पूरा होगा। इसके लिए लगातार क्षेत्र से मांग उठाई जा रही है। काम को गति देकर पूरा कराएं। सिंगरौली जिले में पुलिस बल में वृद्धि करने की जरूरत है तथा पड़री बांध की नहरों को पक्का करने की जरूरत है।
सुरेन्द्र सिंह गहरवार (चित्रकूट)- बरगी नहर से पर्याप्त मात्रा में पानी चित्रकूट क्षेत्र में उपलब्ध कराया जाए। अन्य क्षेत्रों में काम तेज है, चित्रकूट की अनदेखी की जा रही है। बकिया बांध के डेड स्टोरेज का पानी सिंचाई के लिए उपलब्ध हो। अफसरों की मनमानी पर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की और कहा कि शासन की मंशा पर ये पानी फेर रहे हैं।
श्रीकांत चतुर्वेदी (मैहर) – छोटी महानदी के बरही मार्ग के क्षतिग्रस्त पुल का टेण्डर मंजूर किया जाए। अधूरे निर्माण कार्यों की राशि जल्द जारी की जाए ताकि निर्माण कार्य समय पर पूरे हो सकें।
रीती पाठक (सीधी)- जनमन योजना के वन भूमि में स्वीकृत निर्माण कार्यों की वन विभाग से एनओसी समय पर नहीं मिल रही है। जिसकी वजह से विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। सीधी जिले में अधिकारियों के रिक्त पदों की पूर्ति की जाए, काम बाधित हो रहा है।
नरेन्द्र प्रजापति (मनगवां)- हमारे क्षेत्र के लालगांव में थाना खोलने की जरूरत है एवं मलकपुर तालाब मनगवां के सुधार की योजना को मंजूरी दी जाए। विभागों के अधिकारी नियमित क्षेत्र में रहें।
दिव्यराज सिंह (सिरमौर) – त्योंथर फ्लो नहर की गुणवत्ता की जांच होना चाहिए। कई स्थानों पर नहर टूटने की वजह से सिंचाई प्रभावित हो रही है और फसलें खराब हो रही हैं। टूटी नहर सुधारकर अंतिम छोर तक पानी की आपूर्ति की जाए।
राजेन्द्र मेश्राम(देवसर) – गोड़ परियोजना का निर्माण कार्य शुरू कराया जाए, विधायक निधि से स्वीकृत 15 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों की राशि विभागों को उपलब्ध कराई जाए तथा बरगवां से परसोना मार्ग के टोल बैरियर को बंद किया जाए, यहां मनमानी वसूली की जा रही है।
रामनिवास (सिंगरौली) – सिंगरौली में स्टेडियम निर्माण, जिला न्यायालय भवन का अधूरा निर्माण कार्य पूरा कराया जाए, बिजुल नदी में पुल निर्माण तथा कचनी डैम से सिंचाई के लिए तत्काल पानी छोड़ा जाए।
विश्वामित्र पाठक(सिहावल)- गुलाब सागर बांध के फेज-1 की नहरों में सुधार तथा फेज-2 की नहरों का निर्माण पूरा कराकर सिहावल क्षेत्र में किसानों को पानी दिया जाए।
नीता कोल (जिपं अध्यक्ष रीवा)- गौशालाओं में व्यवस्थाओं के लिए मनरेगा से मजदूर तैनात किए जाएं। त्योंथर सिंचाई परियोजना की नहरों में सुधार की जरूरत है।