इंदौर की अन्नपूर्णा पुलिस ने 12वीं की छात्रा के साथ रेप का केस दर्ज किया है.रविवार को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गयी जिसके बाद पुलिस ने मयूर नाम के अपराधी के खिलाफ कार्यवाई की है.जानकारी के मुताबिक लड़का लड़की दोनों सोशल मीडिआ साइट इंस्टाग्राम के जरिये मिले था जहाँ दोनों की बात हुई और बाद में नंबर एक्सचेंज हुए.इसके बाद लड़के ने लड़की को मिलने के लिए कैफ़े में बुलाया और वहां उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक सम्बन्ध बनाए और ये सिलसिला लगातार चलता रहा.लड़की को कई बार क्वीन कैफ़े में बुला कर अपराधी ने उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाए कुछ दिनों से वो लड़की को डरा धमका रहा था.जिसके बाद लड़की ने कई दिनों की चुप्पी तोड़ते हुए अपनी माँ को इसके बारे में बताया और मामला प्रकाश में आया.
सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती,प्यार और फिर धोखे की कहानी कई तरह की समस्याएं पैदा कर रही है.आधुनिकता में व्याप्त कई परेशानियों में सोशल मीडिया का प्यार शामिल करना जरुरी है और खासतौर पर तब जब ये किसी गंभीर अपराध का रूप ले ले.
ऐसे कई मामले आ चुके हैं प्रकाश में 3 साल पहले ग्वालियर से कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था जहाँ सोशल मीडिया के जरिये प्यार हुआ और फिर शादी का झांसा देकर युवक ने युवती के साथ दुष्कर्म किया जब युवती ने इसका विरोध किया तो उसने लड़की को डराना धमकाना शुरू किया जिसके बाद लड़की ने पुलिस को मदद ली.
नवभारत टाइम्स के एक आर्टिकल में ऐसे ही कुछ केसेस का ज़िक्र है
उत्तर प्रदेश के चिनहट का मामला था जहाँ एक युवक वाहट्सएप्प के माध्यम से युवती को अश्लील सामग्री भेजता था और दोस्ती का दबाव भी बना रहा था जब युवती नहीं मानी तो उसने युवती की फोटोज,मोबाइल नंबर,व्हाट्सप्प फेसबुक सबकुछ पोर्न साइट पर अपलोड कर दिया जिसके बाद युवती को फ़ोन आने लगे. मामले मात्र पीड़ित लड़कियों तक सीमित नहीं हैं इससे लड़के भी अछूते नहीं हैं दिसंबर 2020 में लखनऊ के कृष्णानगर इलाके में रहने वाले एक प्राइवेट कर्मी ने फेसबुक पर एक युवती से दोस्ती की। युवती ने बहाने से विडियो कॉल किया। दोनों के बीच कुछ बात आगे बढ़ी तो युवती ने युवक का अश्लील वीडियो बना लिया और इसकी एवज में पैसों की मांग करने लगी थी. इसी आर्टिकल में ज़िक्र किया गया है कि कई लोग तो बदनामी के डर से चुपचाप ब्लैकमेल करने वालों की डिमांड पूरी करते जाते हैं.
साइबर अपराधों के अलग अलग प्रकार दृष्टि आईएएस के एक लेख में अलग अलग तरह के साइबर अपराधों का ज़िक्र मिलता है जिसमे व्यक्ति विशेष के विरूद्ध अपराध,संपत्ति विशेष के विरुद्ध और सरकार विशेष के विरुद्ध अपराध शामिल है जिस तरह के अपराधों का हम यहाँ ज़िक्र कर रहे हैं वो व्यक्ति विशेष के विरूद्ध अपराध के भीतर आते हैं.लेख के मुताबिक ऐसे अपराध ऑनलाइन होते हैं, लेकिन वास्तविक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं। इनमें से कुछ अपराधों में साइबर उत्पीड़न और साइबर स्टॉकिंग, चाइल्ड पोर्नोग्राफी का वितरण, विभिन्न प्रकार के स्पूफिंग, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, मानव तस्करी, पहचान की चोरी और ऑनलाइन बदनाम किया जाना शामिल हैं। साइबर अपराध की इस श्रेणी में किसी व्यक्ति या समूह के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण या अवैध जानकारी को ऑनलाइन लीक कर दिया जाता है।