Mineral department takes major action against illegal storage: रीवा शहर में लंबे समय से फल-फूल रहे अवैध रेत, गिट्टी और ईंट के भंडारण के खिलाफ बुधवार को खनिज विभाग ने सख्त कार्रवाई शुरू की। प्रभारी कलेक्टर सौरभ सोनवणे के निर्देश पर खनिज विभाग, नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम सड़क पर उतरी और रीवा एयरपोर्ट रोड से रतहरा बाइपास तक फैले मुख्य मार्गों पर छापेमारी की।
कार्रवाई के दौरान दर्जनों स्थानों पर ट्रेडर्स के नाम से संचालित अवैध भंडारण स्थलों की पहचान की गई। जिनके पास कोई वैधानिक अनुमति नहीं थी, उनके यहां से रेत-गिट्टी जब्त की गई। खनिज अधिकारी दीपमाला तिवारी ने बताया कि अवैध भंडारण की मात्रा के आधार पर जब्ती पंचनामा बनाया जा रहा है। जब्त सामग्री पर राजसात और जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।अधिकारी ने स्पष्ट किया कि निजी भवन निर्माण के लिए 50 घन मीटर तक रेत-गिट्टी रखने की छूट है, बशर्ते वह सड़क से दूर हो और वैधानिक अनुमति की जरूरत नहीं। लेकिन ट्रेडर्स को भंडारण और व्यापार के लिए खनिज विभाग से अनिवार्य लाइसेंस लेना पड़ता है। बिना अनुमति व्यापार करना पूरी तरह अवैध है।
टीमें दो हिस्सों में बांटी गई हैं
एक टीम रतहरा रिंग रोड क्षेत्र में और दूसरी एयरपोर्ट रोड से ढेका तक कार्रवाई कर रही है। अधिकारी ने कहा कि पहले भी बीच-बीच में कार्रवाई हुई थी, लेकिन लोग फिर से वही काम शुरू कर देते थे। अब कलेक्टर के सख्त निर्देश पर लगातार और प्रभावी अभियान चलाया जा रहा है। शहर के अन्य क्षेत्रों में भी आगे कार्रवाई जारी रहेगी।इस कार्रवाई से अवैध खनिज कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
रीवा में अतिक्रमण के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई
अवैध खनिज भंडारण के साथ-साथ शहर में अतिक्रमण के खिलाफ भी बुधवार सुबह से बड़ा अभियान चलाया गया। कलेक्टर के आदेश पर नगर निगम और कलेक्ट्रेट की संयुक्त टीम ने रतहरा सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई की।कार्रवाई में सड़क किनारे बने कई अस्थाई अतिक्रमण और निर्माणों को हटाया गया। प्रशासन का कहना है कि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने और यातायात को सुगम करने के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा।स्थानीय लोगों ने दोनों कार्रवाइयों का स्वागत किया है। उनका कहना है कि अतिक्रमण और अवैध भंडारण के कारण जाम की समस्या बढ़ रही थी, जिससे अब राहत मिलेगी।
