भारत की मीनिंग और ग्रेनाइट इंडस्ट्री में अपनी पहचान बन चुकी कंपनी Midwest Limited अब शेयर बाजार में अपनी दस्तक देने वाली है। कंपनी का Midwest Limited IPO लगभग 15 अक्टूबर से खुलेगा और 17 अक्टूबर तक निवेश करने वाले लोग इसमें बोली लगा पाएंगे। यह आईपीओ आने वाले निवेश करने वाले लोगों के लिए एक बड़ा मौका माना जा रहा है क्योंकि कंपनी कई नए क्षेत्रों में अपना विस्तार तेजी से फैलने वाली है।
Midwest Limited IPO Price Band और Issue Size
इस कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 1014 से लेकर 1065 प्रतिशत तक तय किया है। इस इश्यू से कंपनी लगभग 451 करोड रुपए जताने की योजना बना रही है। इसमें से 250 करोड रुपए का हिस्सा फ्रेश यीशु के रूप में होगा जबकि 201 करोड रुपए ऑफर फॉर सेल के जरिए मौजूदा शेरधारक अपने हिस्से बेचेंगे।
फंड का इस्तेमाल कहां होगा
Midwest Limited पूंजी का उपयोग अपनी सहायक कंपनी के क्वार्टर्स प्लांट के विस्तार, इलेक्ट्रिक डंप ट्रक्स की खरीद और कर्ज चुकाने जैसे कामों में करेगी कंपनी का कहना है कि लगभग 130 करोड रुपए के विस्तार से 25 करोड रुपए के नए वाहन के खरीद में और 56 करोड रुपए कर्ज भुगतान में कंपनी की तरफ से लगाए जाएंगे। इससे कंपनी का वित्तीय ढांचा मजबूत हो सकता है ऐसी उम्मीद की जा रही है।
कंपनी का बिजनेस और ग्रोथ प्लान
Midwest Limited कंपनी भारत की जानी-मानी ब्लैक गैलेक्सी और एब्सलूट ब्लैक ग्रेनाइट निर्माता कंपनी है। अब यह कंपनी अपने कारोबार को बढ़ाते हुए क्वार्टर प्रोसेसिंग हैवी मिनरल सैंड्स और रेयर अर्थ एलिमेंट्स की प्रोसेसिंग जैसे नए-नए सेगमेंट में प्रवेश करने वाली है। इस सेक्टर में भविष्य की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही है जिससे कंपनी के लिए एक बड़ा विकास का अवसर मिल रहा है।
निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें
हालांकि ये Ipo थोड़ा आकर्षक दिख रहा है लेकिन निवेश करने से पहले इसमें कुछ बातों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है कंपनी पर फिलहाल लगभग 270 करोड रुपए का कर्ज हो गया है। इसलिए नए बिजनेस सेगमेंट पर कंपनी की भविष्य की कमाई निर्भर कर सकती है।
अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले हैं और मीनिंग और क्वार्टर सेक्टर की ग्रोथ पर भरोसा रखते हैं तो यह कंपनी Midwest Limited IPO आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है लेकिन कम रिस्क लेकर निवेश करने के लिए इससे पहले मार्केट रिस्पांस और मार्केट प्रीमियम को देखकर ही विचार करना होगा क्योंकि सही प्लानिंग के साथ ही आईपीओ आने वाले समय में एक बेहतर रिटर्न दे सकता है।