Melasma Cleaning With Home Remedies: मलाज्मा कारण और पांच असरदार घरेलू उपाय

Melasma Cleaning With Home Remedies

Melasma Cleaning with Home Remedies In Hindi | ब्यूटी केयर कॉसिस महिलाओं में जहां अपनी खूबसूरती बरकरार रखने एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा होती है वहीं मलाज्मा का नाम सुनते ही चेहरे के रंग फ़ीके पड़ जाते हैं। हो भी क्यों न, वाकई मलाज्मा है ही सौंदर्य में दाग जैसा। इसे सबसे पहले समझें कि मलाज्मा (Melasma) त्वचा से जुड़ी एक सामान्य समस्या है जिसमें चेहरे पर, खासकर गालों, माथे, नाक और ऊपरी होंठ पर भूरी या ग्रे-भूरी चकत्तियां सी दिखने लगती हैं।

यह स्थिति खासकर महिलाओं में अधिक पाई जाती है, विशेष रूप से गर्भावस्था, हार्मोनल बदलाव या सूरज की किरणों के अधिक संपर्क के संपर्क में लगातार देर तक रहना और इससे बचाव के कोई उपाय न अपना। लेकिन इस लेख में न सिर्फ आप अपनी बल्कि अपने आसपास मलाज्मा की समस्या झेल रही महिलाओ को भी इससे छुटकारा दिला सकतीं हैं,बस जरूरत है जरा सी खुद पर तव्वजो और इस लेख को गंभीरता से पढ़ने की ताकी घर बैठे ही आप इस समस्या है निजात पा सकें।

आइए सबसे पहले जानें आखिर कैसे होता है मलाज्मा।

इन प्रमुख कारणों से चेहरे को दाग़दार बना सकता है मलाज्मा

हार्मोनल चेंजेज – गर्भावस्था में  या लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन या थायरॉइड संबंधी समस्याएं का सही समय पर ट्रीटमेंट न होना मलाज्मा का कारण बन सकती हैं।

सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें (UV Rays) – सूरज की किरणें त्वचा में मेलानिन उत्पादन को बढ़ावा देती हैं जबकि लगातार धूप में बने रहने से भी मलाज्मा की स्थिति और भी खराब हो जाती है।

जेनेटिक रीज़न – यदि परिवार में किसी को यह समस्या पहले से रही हो तो यह आगे की पीढ़ी में भी हो सकती है सामान्य रूप से 40-45 की ऐज तक चेहरे पर उभर आती है लेकिन इसका भी इलाज संभव है।

कॉस्मेटिक या स्किन केयर के साइड इफेक्ट्स
कुछ स्किन क्रीम या मेकअप प्रोडक्ट्स से एलर्जी या त्वचा में जलन होने पर मलाज्मा उभर सकता है।

मलाज्मा क्लीनिंग के 5 असरदार घरेलू उपाय (केवल शुरुआती दौर में)

  • एलोवेरा जेल – एलोवेरा में मौजूद एलोसिन तत्व त्वचा को नमी देता है और काले धब्बों को हल्का करता है। इसे रात में सोने से पहले ताजे एलोवेरा जेल को प्रभावित हिस्से पर लगाएं और सुबह धो लें।
  • नींबू का रस और शहद – नींबू में ब्लीचिंग के गुण होते हैं जो त्वचा को साफ करने में मदद करते हैं, और शहद मॉइस्चराइज करता है। इसे 1 चम्मच नींबू के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर 10–15 मिनट लगाएं, हल्के हाथों से मसाज करें फिर धो लें। सप्ताह में 2–3 बार जरूर करें।
  • कच्चे आलू का रस: आलू में मौजूद व्हाइटनिंग एंजाइम पिग्मेंटेशन को हल्का करता है। इसे प्रयोग करने के लिए एक पतली आलू की स्लाइस को प्रभावित हिस्से पर 5–10 मिनट रगड़ें, फिर ठंडे पानी से धो लें।
  • हल्दी और दूध – हल्दी एंटीसेप्टिक होती है और त्वचा की रंगत सुधारने में मदद करती है। इसे 1 चम्मच हल्दी में थोड़ा कच्चा दूध मिलाकर पेस्ट बना लें और चेहरे पर लगाएं, सूखने पर धो लें याद रखें रगड़ना नहीं है।
  • बेसन और दही का पैक – बेसन मृत कोशिकाओं को हटाता है और दही त्वचा को नमी देता है। इसे प्रयोग करने के लिए 2 चम्मच बेसन में 1 चम्मच दही मिलाकर पेस्ट बनाएं और हफ्ते में कम से कम 2 बार लगाएं।

ये परहेज़ भी जरूरी

  • धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
  • तेज रसायनों वाले प्रोडक्ट्स से बचें।
  • संतुलित आहार लें और भरपूर पानी पिएं।

विशेष :- मलाज्मा कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन यह आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है। यदि सही समय पर देखभाल की जाए तो घरेलू उपायों से इस पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। यदि समस्या बढ़े, तो त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।

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