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Mauni Amavasya 2025 Snan : मौनी अमावस्या पर कुम्भ में इस विधि से लगाएं पांच डुबकी, जानिए धार्मिक महत्व 

Mauni Amavasya 2025 Snan :कल यानी 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर्व मनाया जाएगा। मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में श्रद्धालु संगम में स्नान कर पुण्य कमाएंगे। आज दोपहर 2 बजे तक संगम में 2.39 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई थी। इसमें 10 लाख के करीब कल्पवासी शामिल थे। अब मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के लिए 10 करोड़ श्रद्धालुओं के महाकुंभ आने की संभावना है। जिसके लिए सरकार ने व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं। अगर आप भी मौनी अमावस्या पर संगम स्नान करने महाकुंभ जा रहें हैं तो पांच डुबकी जरूर लगाएं। महाकुम्भ की संगम धारा में पांच डुबकी लगाने का धार्मिक महत्व है। 

महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर शाही स्नान | Mahakumbh Shahi snan

महाकुंभ में कल, बुधवार को मौनी अमावस्या के दिन शाही स्नान होगा। बुधवार को मौनी अमावस्या के शाही स्नान के लिए 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की आशंका है। क्योंकि मौनी अमावस्या पर खास योग बन रहें हैं। इसलिए भारी संख्या में लोग संगम में शाही स्नान करेंगे। मौनी अमावस्या पर खास योग बन रहें हैं जिससे इस संगम स्नान करने से बड़ा पुण्य मिलता है। 

मौनी अमावस्या पर लगाएं पांच डुबकी | Mauni Amavasya 2025 Snan

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान पांच डुबकी लगाने का विशेष महत्व है। धार्मिक महत्व के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन संगम में लगाने वाली पांचों डुबकियों का अलग-अलग महत्व बताया गया है। महाकुम्भ की पवित्र संगम धारा में ये पांच डुबकियां अलग-अलग विधि से लगाई जाती हैं। तभी मौनी अमावस्या पर संगम में इन पांच डुबकियों को लगाने से धार्मिक लाभ मिलता है। 

महाकुम्भ में मौनी अमावस्या पर ऐसे लगाएं 5 डुबकी 

पहली डुबकी पूर्व दिशा में लगाएं

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में पहली डुबकी पूर्व दिशा की ओर मुख करके लगाना चाहिए। संगम स्नान में पहली डुबकी लगाने से पहले गंगा, यमुना, सरस्वती और जल देवता को प्रणाम करें।

लाभ – पहली डुबकी डुबकी लगाने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।

दूसरी डुबकी पूर्व दिशा में लगाएं | Mauni Amavasya 2025

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में संगम स्नान के समय दूसरी डुबकी भी पूर्व दिशा की ओर मुख करके लगानी चाहिए। इसके बाद अपने कुल देवता को स्मरण करें और प्रार्थना करें। 

लाभ – दूसरी डुबकी लगाने से कुल देवता और इष्ट देवता की कृपा प्राप्त होती है।

तीसरी डुबकी उत्तर दिशा में लगाएं 

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में जब तीसरी डुबकी लगाएं तो उत्तर दिशा की ओर मुख कर लें। संगम में तीसरी डुबकी लगाने से पहले अपने इष्ट देव को याद करें और उन्हें प्रणाम कर लें। 

लाभ – तीसरी डुबकी लगाने से भगवान शिव, माता पार्वती, सप्त ऋषियों और गुरुओं का आशीर्वाद मिलता है।

चौथी डुबकी पश्चिम दिशा में लगाएं 

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में चौथी डुबकी पश्चिम दिशा की ओर मुख करके लगानी चाहिए। यह किन्नर, यक्ष, गरुड़ और 33 कोटि देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्रदान करती है।

लाभ – तीसरी डुबकी लगाने से 33 करोड़ देवताओं का आशीर्वाद मिलता है। 

पांचवीं डुबकी दक्षिण दिशा में लगाएं 

मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में पाँचवी डुबकी दक्षिण दिशा की ओर मुख करके लगानी चाहिए। यह डुबकी पूर्वजों की आत्मा की शांति और कल्याण के लिए होती है। इन पांच डुबकियों के माध्यम से श्रद्धालु सभी देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

लाभ – पाँचवी डुबकी लगाने से जीवन में उन्नति और सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है।

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