मौलवी द्वारा विश्व सनातन संघ के नेता उपदेश राणा, सुदर्शन टेलीविजन चैनल के मुख्य संपादक सुरेश चव्हाणके, भाजपा के तेलंगाना विधायक राजा सिंह और पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को धमकी देने के लिए पाकिस्तान और नेपाल के अपने लोगों के साथ मिलकर साजिश रची जा रही थी। क्राइम ब्रांच ने मौलवी मोहम्मद सोहेल का फोन भी बरामद किया है।
गुजरात की सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार 4 मई को एक मौलवी को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम मौलवी मोहम्मद सोहेल उर्फ अबुबकर तीमोल है. उस पर हिंदू संगठन के नेता, भाजपा नेता और अन्य लोगों की हत्या की साजिश करने का आरोप है। मौलवी द्वारा विश्व सनातन संघ के नेता उपदेश राणा, सुदर्शन टेलीविजन चैनल के मुख्य संपादक सुरेश चव्हाणके, भाजपा के तेलंगाना विधायक राजा सिंह और पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को धमकी देने के लिए पाकिस्तान और नेपाल के अपने लोगों के साथ मिलकर साजिश रची जा रही थी। क्राइम ब्रांच ने मौलवी मोहम्मद सोहेल का फोन भी बरामद किया है। वो पिछले डेढ़ साल से पाकिस्तान के मोबाइल नंबर पर डोंगर नाम के व्यक्ति और नेपाल के शहनाज नाम के व्यक्ति से व्हाट्सएप के जरिए संपर्क में था।
इन तीनों की बीच हो रही बातचीत में कहा जाता था कि भारत में नबी की गुस्ताखी में दखल दिया जाता है, ऐसे लोगों को सीधा करने की जरूरत है। उपदेश राणा की हत्या के लिए 1 करोड़ रुपए सुपारी तय की गई थी। मौलवी ने पूछताछ में बताया है कि उसका डोंगर और शहनाज से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क हुआ था। पुलिस ने बताया कि अबुबकर को सूरत के चौकबाजार से गिरफ्तार किया गया है। वो कारगुगाम में मदरसे में हाफिज और आलिम है। पहले करजई-अम्बोली गांव में मुस्लिम बच्चों को इस्लाम की ट्यूशन पढ़ाता था। इसके अलावा लस्काना डायमंड नगर में यार्न फैक्ट्री में मैनेजर भी रह चुका है।
कमलेश तिवारी की तरह मारना चाहता था उपदेश राणा को
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, साल 2019 में यूपी में कमलेश तिवारी की हत्या की गई थी। उसी तरह उपदेश राणा की हत्या की साजिश रची जा रही थी। मौलवी अलग-अलग फोन नंबर से उपदेश को जान से मारने की धमकी देता था। उपदेश राणा की हत्या के लिए 1 करोड़ रुपए की सुपारी देने की बात भी चैट से सामने आई है। अबुबकर को उसके पाकिस्तानी और नेपाल के साथियों ने लाओस देश का सिमकार्ड भी उपलब्ध कराया था। इस बीच पाकिस्तान से हथियार मंगाए जाने की भी बात हुई थी। इसमें 9 एमएम पिस्टल की बात भी की गई.
उपदेश राणा को 2019 से लगातार मिल रही थी धमकी
इस मामले में हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा ने एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मैं गुजरात पुलिस और सूरत पुलिस को बधाई देता हूं। 2019 में जब से कमलेश तिवारी की हत्या हुई, मैं इन लोगों के निशाने पर था. उपदेश राणा ने कहा कि मैंने इस मामले में देशभर में कई शिकायतें दर्ज कराई हैं। अब एक मौलवी को गिरफ्तार किया गया ह। जांच में और भी कई खुलासे होने की संभावना है। मैं पुलिस से अपील करता हूं कि इस मामले में शामिल लोगों का पता लगाएं और उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
अबुबकर पर पहले से थी पुलिस की नजर
सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि अबुबकर के देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद उस पर नजर रखी जा रही थी। उसने सांप्रदायिक दुश्मनी फैलाने, भारत के राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीरें अपलोड करने और हिंदू धर्म के बारे में पोस्ट और वीडियो में भद्दी टिप्पणियां करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया है। साथ ही गलत इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड बनाया और विदेशी हैंडलर्स से हथियार मंगवाए।
अबुबकर कजाकिस्तान, पाकिस्तान, लाओस, इंडोनेशिया, वियतनाम जैसे देशों के कोड वाले व्हाट्सएप नंबर से लगातार संपर्क में था। उस पर IPC की धारा 153 ए, 467, 468, 471 और 120 बी, के साथ IT की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में उससे पूछताछ जारी है.
कौन-कौन से नेता थे निशाने पर?
टी राजा सिंह
अगस्त 2022 में तेलंगाना में भाजपा से विधायक टी राजा सिंह ने पैगम्बर मुहम्मद के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसके कारण जमकर हंगामा हुआ था और टी राजा को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, अक्टूबर 2023 में भाजपा ने टी राजा का निलंबन रद्द कर दिया था। टी राजा सिंह अक्सर अपने भाषणों के चलते चर्चा में रहते हैं।
नूपुर शर्मा
जून 2022 में भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी कर दी थी। इसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकियां दी गई थीं। देशभर में उनके खिलाफ कई जगह प्रदर्शन भी हुए थे और केस भी दर्ज कराए गए थे। साथ ही कई इस्लामिक देशों ने इस बात पर जमकर हो हल्ला मचाया था. विवाद बढ़ने पर पार्टी ने नूपुर शर्मा की प्राथमिक सदस्यता से रद्द कर दिया था। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था। इस घटना के बाद से नुपूर अंडरग्राउंड हो गई थीं। वे सार्वजनिक रूप से कहीं भी नजर नहीं आई थीं।वहीं, नूपुर का समर्थन करने के चलते राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल और महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई थी। भाजपा नेताओं की तरह की हिंदूवादी नेता उपदेश राणा, सुदर्शन टीवी संपाकर सुरेश के कई वीडियो सामने आए थे, जिन पर विवाद हुआ.
2019 में कमलेश तिवारी की हत्या
लखनऊ में 18 अक्टूबर 2019 को हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की कट्टरपंथियों ने उनके कार्यालय में घुसकर हत्या कर दी थी। हत्या के दोषी भगवा रंग के कपड़े पहनकर उसके कार्यालय पहुंचे थे। उसी तरह उपदेश राणा की हत्या की साजिश की जा रही थी। मौलवी अलग-अलग नंबरों से उपदेश को जान से मारने की धमकी देता था।