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मौलाना भूल गया, यूपी में सरकार किसकी है, बरेली बबाल पर सीएम योगी ने दी चेतावनी

यूपी। राज्य के बरेली में हुए बबाल पर सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आ रहा है। उन्होने कहा कि बरेली में एक मौलाना भूल गया था कि यहां सरकार किसकी है। हमने कहा कि न जाम होगा, न कर्फ्यू लगेगा। हम ऐसा सबक सिखाएंगे कि तुम्हारी आने वाली पीढ़ियां भी दंगा करना भूल जाएंगी। उन्होने कहा कि राज्य में माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों को सरकार सख्ती से लेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि 2017 के बाद उनकी सरकार ने दंगाइयों को चुन-चुनकर सजा दी और ऐसी भाषा में जवाब दिया, जो वे समझते थे। इस सख्ती ने उत्तर प्रदेश में शांति और सुरक्षा का नया युग स्थापित किया, जिससे यूपी की ग्रोथ स्टोरी की शुरुआत हुई।

यह था मामला

दरअसल आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर बरेली में उनके समर्थकों की भारी भीड़ सड़क पर उतर आई और आई लव मोहम्मद के नारे लगाने लगी। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन भीड़ नही मानी और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बताया जा रहा है कि यहां धारा 163 लागू थी, इसके बाद भी प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए। इतना ही नही जब पुलिस ने उन्हे रोकने की कोशिश किया तो प्रदर्शनकारी पत्थरबाजी करने लगे। स्थित को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बताया जाता है कि उपद्रवी अलग-अलग स्थानों पर न सिर्फ बबाल किए बल्कि असलहों का भी प्रयोग किए।

पोस्टर-बैनर पर विवाद

दरअसल उत्तर प्रदेश में आई लव मोहम्मद के पोस्टर-बैनर को लेकर विवाद शुरू हुआ है। कानपुर से शुरू हुआ विवाद बरेली, लखनऊ से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत और मुजफ्फरनगर तक पहुंच गया है। नमाज के बाद यूपी के बरेली में हालात बिगड़ गए। विरोध कर रहे लोगों ने पथराव किया, जिसके बाद हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बवाल शांत होने के बाद पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर लिया है।

2000 लोगों पर एफआईआर

बरेली में जुमे की नमाज के दौरान हिंसा भड़काने के आरोपी मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया गया है। तौकीर रजा के साथ 7 और लोगों को जेल भेजा गया है। मामले में 24 लोगों के खिलाफ नामजद और 2000 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। हिंसा के मामले में 30 उपद्रवियों से पूछताछ भी की जा रही है।

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