Mannu Bhandari Biography | मन्नू भंडारी और ‘नारीवाद’

Mannu Bhandari Biography

Author Mannu Bhandari Biography In Hindi: मन्नू भंडारी,हिंदी साहित्य की वो लेखिका जिन्होंने कभी भी स्वयं को किसी वाद से नहीं जोड़ा,अपने ऊपर बौद्धिकता का कोई आवरण नहीं ओढ़ा. बस जीवन और दौर की समझ को अपनी लेखनी में उड़ेल दिया।मन्नू भंडारी की स्त्री पात्र बाहर से जूझने के बजाय भीतरी अंतर्द्वंदों से जूझती थीं और उसी से किस्से का निर्माण होता था.ये इतना प्रासंगिक है कि आप पढ़ेंगे तो आपको लगेगा कि शायद अपनी कहानी पढ़ रहे हैं.

Mannu Bhandari Biography

अंतर्द्वंदों को एकदम बेहतरी से पेश किया है मन्नू भंडारी ने.अगर आपने साहित्य में रूचि ली होगी तो शायद आप समझ गए होंगे कि मन्नू भंडारी नयी कहानी की लेखिका थीं.ये आंदोलन था ही वास्तविकता का,अन्तर्द्वन्दों के समावेश का,परिवारों के विघटन के बाद के जीवन का,ज़िन्दगी का. वो जैसी है वैसा।इंसान का और उसकी कमज़ोरियों का.उसका महिमामंडन नहीं बल्कि उसकी सच्चाई और सहजता का. मन्नू भंडारी पर चर्चा के लिए स्टूडियो में जुड़े साहित्यकार चंद्रिका प्रसाद चंद्र. देखिए ये वीडियो..

Mannu Bhandari Biography In Hindi

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