Mandap Sanskratik Shiksha Kala Kendra : 30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला

Mandap Sanskratik Shiksha Kala Kendra : 30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला – मध्‍यप्रदेश नाट्य विद्यालय, भोपाल संस्‍कृति विभाग के अंतर्गत एवं मण्डप सांस्कृतिक शिक्षा कला केंद्र, रीवा, मध्यप्रदेश , के संयुक्‍त तत्‍वाधान में दिनांक 15 सितम्‍बर से 15 अक्‍टूबर 2025 तक रंगप्रयोगशाला, मध्‍यप्रदेश नाट्य विद्यालय के प्रदीप तिवारी द्वारा तीस दिवसीय ”नाट्य कार्यशाला” का प्रशिक्षण पेंटियम पॉइंट टेक्निकल कॉलेज रीवा में दोपहर 12 बजे से दिया जा रहा था । कार्यशाला 30 दिवसीय रही जिसका भव्य समापन 15 ओक्टुबर को किया गया।

समापन अवसर पर आज़ादी की नींद नाटक का हुआ भव्य मंचन

कार्यशाला में सभी आयु वर्ग के व्‍यक्ति प्रशिक्षण प्राप्‍त कर रहे थे, जिसमें प्रसिद्ध लेखक भुवनेश्वर लिखित नाटक आज़ादी की नीद को कलाकारों के साथ तैयार किया गया है जिसका मंचन आज दोपहर 3 बजे से पेंटियम पॉइंट टेक्निकल कॉलेज रीवा के सभागार में प्रस्तुत किया गया। नाटक के निर्देशक प्रदीप तिवारी ने नाटक के बारे में कहा कि भुवनेश्वर द्वारा लिखित ‘आज़ादी की नींद’ एकांकी, स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भी देश के लोगों के यथार्थवादी और सामाजिक रूप से जागरूक न हो पाने पर व्यंग्य करती है, क्योंकि वे आज़ादी के बाद भी “आज़ादी की खुमारी” में डूबे हुए हैं और स्वतंत्रता के वास्तविक अर्थ को नहीं समझ पा रहे हैं। यह एकांकी उन समस्याओं को उजागर करती है जो आज़ादी के बाद भी बनी रहीं, जैसे महंगाई, नेताओं और पुलिस की मनमानी, और न्याय व्यवस्था की अक्षमता, जिससे आम आदमी का जीवन कठिन हो गया है। यह एकांकी दर्शाती है कि आज़ादी मिलने के बाद भी हम सामाजिक और आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, जो हमें ‘आज़ादी की नींद’ में सुलाए हुए है, और हम आज़ादी के सही मायने को अभी भी नहीं समझ पाए हैं। 

इनकी रही विशेष भूमिका

नाटक में भाग लेने वाले कलाकार श्रेया, अनामिका, सारिका, लवलेश, शुभम, सौरभ, कल्पना, राज, शिल्पी, प्रशांत, अखिलेश, तनू, रत्नेश, हर्षवर्धन, अमितेश, बादल, सागर, शिवानी आदि कलाकार रहे ,उक्त जानकारी मण्डप आर्ट संस्था के सचिव विनोद कुमार मिश्रा ने दी प्रस्तुति में प्रवेश निः शुल्क रहा।

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