Maldeev Controversy: 4 जनवरी को नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया था. समुद्र के किनारे उन्होंने मॉर्निंग वॉक और वहां कुछ समय बिताने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा किया था. प्रधानमंत्री Modi ने अपने पोस्ट के माध्यम से लक्षद्वीप का प्रचार भी किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि घुम्मकड़ों को लक्षद्वीप जाना चाहिए। पीएम मोदी के इस पोस्ट के बाद मालदीव के एक मंत्री जी ने अपना ही तुर्रा जोड़ दिया, कि भारत के तट पर मालदीव के समुद्री तटों के सामने कुछ नहीं है. अब इस टिप्पणी से बवाल कटा हुआ है.
प्रधानमंत्री Modi ने पर्यटकों को लक्षद्वीप आने की अपील की थी. लक्षद्वीप ,36 द्वीपों का समूह है. कुल क्षेत्रफल 32 वर्ग किलोमीटर का है. यह अरब सागर में स्थित है. यह केरल के तट से लगभग 200-440 किलोमीटर दूर है. इस पुरे मामले में अभी तक मालदीव का कोई नाम निशान भी नहीं था. लेकिन PM Modi के पोस्ट के तुरंत बाद मालदीव के कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स ने भारत और खासकर PM Modi को टारगेट करना शुरू कर दिया। इन टारगेट करने वालों में एक मालदीव सरकार की मंत्री मरियम शिउना भी थीं. उन्होंने पीएम मोदी के बारे में लिखा कि
“क्या जोकर है! इजराइल के कठपुतली मिस्टर नरेंद्र गोताखोर लाइफ़-जैकेट के साथ.”
जैसे मंत्री जी के इस पोस्ट पर भारतीय जनता की नजर पड़ी मंत्री मरियम शिउना ने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया। मालदीव की प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव्स (PPM) के ही एक और नेता माएज़ महमूद ने भी एक तस्वीर शेयर की और लिखा कि,
“मालदीव का सूर्यास्त। ये आपको लक्षद्वीप में नहीं दिखेगा। इसलिए मालदीव का ही यात्रा करें। सीसी: नरेंद्र मोदी
इन बयानों के बाद, भारत ने Maldeev सरकार के मंत्री के बयान पर आपत्ति दर्ज करवाई है. माले में उच्चायुक्त ने ये मसला उठाया।
वैसे तो मालदीव विदेश मंत्रालय की वेबसाइट भारत में उपलब्ध नहीं है. मुमकिन है उन्होंने फायरवॉल लगा रखा हो. लेकिन इस पुरे मामले पर मालदीव सरकार का पक्ष सामने आगया है. मालदीव सरकार ने अपने आपको मंत्रियों के बी बयान से अलग कर लिया है.
“ये उनकी व्यक्तिगत राय है और मालदीव सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करती।”
बयान में आगे कहा गया है कि, आपत्तिजनक टिपण्णी करने वालों के खिलाफ सरकार कार्यवाई करने से पीछे नहीं हटेगी। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति ने मंत्री के बयान की निंदा की है. मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने शिउना की अपमानजनक टिपण्णी की निंदा की है. उन्होंने कहा कि मुइज्जु सरकार को इस तरह के बयान से बचना चाहिए। वहीं, दूसरी तरफ खबर सामने आ रही है कि, मालदीव सरकार ने भारत के खिलाफ टिपण्णी करने वाले अपने तीनो मंत्रियों- मरियम शिउना, मालशा और हसन जिहान को सस्पेंड कर दिया।