Omkareshwar News: मंगलवार को एक नाव में 10 से ज्यादा श्रद्धालु सवार थे, वह नर्मदा में लहरों के बीच अचानक हिचकोले खाने लगी। क्षमता से अधिक सवारी होने की वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया। गनीमत रही कि समय रहते नाव को किनारे पर ला दिया गया।
मध्यप्रदेश की तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में नौका विहार के दौरान बड़ा हादसा होने से टला। मंगलवार को एक नाव में 10 से ज्यादा श्रद्धालु सवार थे, वह नर्मदा में लहरों के बीच अचानक हिचकोले खाने लगी। क्षमता से अधिक सवारी होने की वजह से नाव का बैलेंस बिगड़ गया। गनीमत रही कि समय रहते नाव को किनारे पर ला दिया गया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि सभी नाव पर सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं, उन्होंने लाइफ जैकेट पहन रखीं थी। पुनासा SDM को जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए नाव जब्त कर ली गई है। वहीं सभी नाविकों को नियम अनुसार नौका संचालन के निर्देश दिए हैं। संबंधित नाविक के खिलाफ लापरवाही बरतने के मामले में एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। श्रद्धालुओं को लाइसेंसी नाविकों पर ही सवारी करना चाहिए।
सीएमओ ने बुलाई बैठक
घटना के बाद ओंकारेश्वर नगर परिषद सीएमओ संजय गीते ने बैठक बुलाई। नप कर्मचारियों की मीटिंग लेकर नाविकों के लाइसेंस चेक करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि ओंकारेश्वर में जारी लाइसेंस से ज्यादा नावों का संचालन हो रहा है। मामले में एसडीएम शिवम प्रजापति ने कार्रवाई की थी। बाद में नाविकों के विरोध और विधायक नारायण पटेल के हस्तक्षेप के बाद मामला ठंडा हो गया गया। मामले में नगर परिषद ने नाविक के खिलाफ कार्रवाई के लिए मांधाता पुलिस से शिकायत की है। नाविक ने क्षमता से ज्यादा श्रद्धालुओं को बैठा रखा था।
ओंकारेश्वर में 350 नावें, लेकिन लाइसेंस सिर्फ 186 के पास
ओंकारेश्वर में 350 से अधिक नावें संचालित हो रही हैं। इनमें से 186 के पास लाइसेंस है। बाकी के आवेदन नगर परिषद कार्यालय में लंबित हैं। नाविक संघ के अध्यक्ष भोलाराम केवट का कहना है कि जिनके पास लाइसेंस नहीं है उनको नर्मदा नदी से बाहर किया जाए। कई बार खंडवा कलेक्टर एवं नगर परिषद में नागरिक संघ की समस्याओं को लेकर बैठक हो चुकी है लेकिन किसी भी प्रकार से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
टीआई बोलें पूछताछ करेंगे
मांधाता टीआई का अनोख सिंधिया का कहना है कि नाविक को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया है। जहां तक जानकारी मिली है कि स्टार्ट होने के दौरान ही नाव अपनी जगह से खिसकी ही थी कि सामने से दूसरी नाव आ गई। दोनों को भिड़ंत से बचाने के लिए नाविक ने अचानक कंट्रोल किया, इसी बीच नाव का संतुलन बिगड़ गया।