Mahavtar Narsimha 2025: मुसलमानों को भी खूब भा रही है महावतार नरसिम्हा

Mahavtar Narsimha 2025

Mahavtar Narsimha 2025: जब से महावतार नरसिम्हा रिलीज (mahavtar narsimha 2025 collection) हुई है तब से बॉक्स ऑफिस पर उसका रुतबा कायम है। हर उम्र हर वर्ग के लोगों को यह फिल्म खूब पसंद आई है। लेकिन अब जैसी रिपोर्ट्स आ रही है उनसे पता चल रहा है कि यह फिल्म हर उम्र और वर्ग के लोगों के साथ-साथ हर धार्मिक वर्ग के लोगों को भी खूब पसंद आ रही है खास करके मुस्लिम वर्ग।

Mahavtar Narsimha 2025
Mahavtar Narsimha 2025

रिपोर्ट में बताया गया है कि मुस्लिम बच्चों को यह फिल्म बहुत पसंद आ रही है वह अपने पेरेंट्स के साथ इस थिएटर में देखने जा रहे हैं। मुस्लिम अभिभावक भी इस फिल्म की खूब तारीफ कर रहे हैं। वह फिल्म में दिखाए गए मूल्यों के बारे में बात करते हुए यह बता रहे हैं कि उन्हें खुशी हो रही है कि उनके बच्चे ऐसी चीज देख रहे हैं जिससे वह आस्था व मूल्यों के बारे में समझ सकते हैं।

किसी भी धर्म को नीचा दिखाए बिना तैयार की गई है यह फ़िल्म

मुस्लिम अभिभावकों का कहना था कि यह फिल्म आस्था के बारे में बहुत अच्छी तरह से बच्चों को सिखाती है जिससे बच्चों का भगवान पर विश्वास बढ़ता है। बच्चों के अंदर एक धार्मिक भावना, एक धार्मिक आस्था बनाए रखने के लिए ऐसी फिल्में लाना बेहद जरूरी है। फिल्म में किसी भी अन्य धर्म को नीचा नहीं दिखाया गया है, न हीं ऐसी कोई कोशिश की गई है। फिल्म में प्रह्लाद के किरदार (who was bhakt pralhad) को आधार बनाकर उसकी धार्मिक आस्था की बात करती है ,जिससे अन्य धर्म के लोग अपने धर्म की आस्था से आसानी से जोड़कर देख पा रहे हैं और शायद यही बात लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आ रही है। इस फिल्म के डायरेक्टर के विचार भी कुछ इसी प्रकार के हैं।

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निर्देशक बोले सभी लोगों को ध्यान में रखकर बनाई फ़िल्म, आस्था और मूल्य हैं मुख्य किरदार

इस फिल्म के निर्देशक अश्विन कुमार (mahavtar narsimha director) को जब इस बार में बताया गया तो उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि जब वो यह फिल्म बना रहे थे तो उनके मन में यह बात थी कि यह फिल्म धार्मिक फिल्म नहीं लगनी चाहिए। उन्होंने फिल्म को इस प्रकार से बनाया कि यह सभी वर्गों और सभी धर्म के लोगों को अच्छी लगे।उन्होंने बताया उन्होंने फिल्म में धर्म की जगह आस्था पर ज्यादा फोकस किया।

वह चाहते थे इस फिल्म और इस कहानी के माध्यम से वह बच्चों को आस्था और भारतीय मूल्यों से अवगत करवा पाएँ। डायरेक्टर बेशक अपनी इस ईमानदार कोशिश में पूरी तरह से सफल हुए हैं। फिल्म को दर्शकों ने भरपूर प्यार दिया है और एक लंबे असल के बाद भारतीय सिनेमा में कोई एनिमेशन फिल्म (mahavtar narsimha animation film budget) इतना जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है।अब देखना यह है कि इस फिल्म की गाड़ी बॉक्स ऑफिस पर और कितने रिकॉर्ड तोड़ती है।

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