Assembly Elections 2024 : झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। चुनाव आयोग आज दोपहर 3:30 बजे दोनों राज्यों के लिए चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। इस संबंध में खुद चुनाव आयोग ने जानकारी दी है। आयोग की ओर से एक पत्र जारी कर बताया गया कि दोपहर 3.30 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी, जिसमें चुनाव की तारीख और मतगणना की तारीख का भी ऐलान किया जाएगा।
महाराष्ट्र में इस बार देखने को मिलेगा सियासी घमासान। Assembly Elections 2024
महाराष्ट्र में इस बार विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहा है। दरअसल, शिवसेना और एनसीपी दो धड़ों में बंटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव में आमने-सामने होंगी। उद्धव गुट की शिवसेना और शरद पवार गुट की एनसीपी महा विकास अघाड़ी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगी, वहीं शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार गुट की एनसीपी महायुति गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगी।
छठ पूजा के बाद होने चाहिए विधानसभा चुनाव । Assembly Elections 2024
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर दो या तीन चरणों में चुनाव हो सकते हैं। हालांकि पिछली बार वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव 5 चरणों में हुए थे। झारखंड में चुनाव 15 नवंबर के बाद हो सकते हैं। चुनाव आयोग ने जब झारखंड का दौरा किया था, तब सभी राजनीतिक दलों ने सुझाव दिया था कि चुनाव छठ पूजा और बिरसा जयंती तथा राज्य स्थापना दिवस के बाद ही कराए जाएं। साथ ही सभी ने आयोग को कम से कम चरणों में चुनाव कराने का सुझाव दिया था।
दोनों राज्यों में सरकार का कार्यकाल जल्द ही समाप्त हो रहा है।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में 26 नवंबर और झारखंड में 29 दिसंबर को सरकार का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। हर बार आयोग सरकार का कार्यकाल समाप्त होने से 45 दिन पहले आचार संहिता लागू करता है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार के कार्यकाल पर नजर डालें तो अब सिर्फ 40 दिन ही बचे हैं। यही वजह है कि राजनीतिक गलियारों में चुनाव की घोषणा को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है।
दोनों राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर मंथन जारी है। Assembly Elections 2024
आपको बता दें कि आज चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव की घोषणा कर देगा, लेकिन अभी तक एनडीए या भारत दोनों राज्यों में सीट बंटवारे का आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं कर पाया है। बीजेपी कई बार अपने सहयोगी दलों के साथ बैठक कर चुकी है, लेकिन अभी तक सीट बंटवारे को लेकर घटक दलों के साथ सहमति नहीं बन पाई है। इसी तरह भारतीय गठबंधन का भी हाल कुछ ऐसा ही है।