Maharashtra Election Results: शनिवार , 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होंगे। इसी के साथ ये भी पता चल जाएगा कि अगले 5 सालों तक महाराष्ट्र में किसका साशन चलेगा, कमान किसके हाथ में होगी। वोटिंग के बाद एग्जिट पोल भी सामने आए जिसके हिसाब से महाविकास अघाड़ी और महायुति दोनों के बीच कांटे की टक्कर है. 11 एजेंसियों एग्जिट पोल में 6 ये दावा किया है कि महाराष्ट्र में महायुति की सरकार होगी भले ही कम मार्जिन से बने वहीं 5 का दावा का है कि राज्य में MVA की सरकार होगी। दोनों दल अपने – अपने तरफ से कॉंफिडेंट हैं , सभी को यही लग रहा है कि सरकार तो उन्ही की बनेगी भले एग्जिट पोल के आंकड़े कुछ भी कहें। लेकिन परिणाम आने से ठीक एक दिन पहले महाविकास अघाड़ी दल के नेता इतने ज्यादा कॉंफिडेंट हैं कि नेतृत्व को लेकर पहले से ही लड़ने लगे हैं. एक कहावत है न गांव बसा नहीं और लुटेरे पहले आ गए. ये कहावत यहां मैच हो रही है, महाराष्ट्र का रिजल्ट घोषित नहीं हुआ और MVA के दल सीएम चेहरे को लेकर पहले ही आपस में झगड़ने लग गए.
MVA के दो मुख्य दलों कांग्रेस और शिवसेना UBT के बीच रिजल्ट से पहले खटपट शुरू हो गई. कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने जा रही है, ट्रेंड्स देखकर ऐसा लगता है कि कांग्रेस को ज़याद सीटें मिल रही हैं इसी लिए सरकार की अगुआई भी कांग्रेस करेगी।
पटोले ने ऐसा बयान दिया तो शिवसेना बिगड़ गई, संजय राउत ने नाना पोटले के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में MVA की सरकार तो बनेगी लेकिन सीएम कौन होगा ये गठबंधन के सहयोगी तय करेंगे , मैं ऐसे बयान स्वीकार नहीं करूँगा और कोई भी नहीं करेगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने पोटले से ये कहा कि वो महाराष्ट्र के सीएम होंगे तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी को इसकी घोषणा करनी चाहिए। BYTE
तो बात यही है कि MVA के दोनों दलों के बीच रिजल्ट आने से पहले ही सीएम फेस को लेकर तनातनी शुरू हो गई है तो नतीजे सामने आने के बाद क्या होगा ? अगर MVA को ज्यादा सीटें मिल गईं तो फिर कांग्रेस और शिवसेना UBT के बीच घमासान ही मच जाएगा। कांग्रेस बोलेगी नाना पटोले सीएम होंगे तो शिवसेना उद्धव को आगे करेगी और इस बीच साइलेंट मोड़ पर बैठे शरद पवार को दरकिनार किया गया तो वो किंग मेकर भी साबित हो सकते हैं. ,
देखा जाए तो चुनाव से पहले सिर्फ MVA ही नहीं है जिसे सीएम फेस को लेकर कन्फ्यूजन है. महायुति में भी अजीत पवार रिजल्ट से पहले अपनी इम्पोर्टेंस बताने की कोशिश करने लगे हैं. देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने मीडिया के सामने ये तो क्लियर कर दिया था कि दोनों सीएम की रेस में नहीं हैं मगर अजीत पवार ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था उल्टा रिजल्ट आने से पहले उनके सीएम के नाम के पोस्टर लगा दिए गए, इसके बाद महायुति में बवाल ही मच गया, जैसे ही पोस्टर की खबर राजनितिक गलियारों में पहुंची तुरंत ऐसे पोस्टर हटवा दिए गए. यहां एक बार और है. महायुति में सबसे कम सीटें में चुनाव अजीत की NCP ने ही लड़ा है और अगर बीजेपी – शिवसेना ने उन्हें मनचाहा पद नहीं दिया तो अजीत सीएम बनने की चाह में कब पाला बदल लें इसका कोई ठिकाना नहीं है. एक बार सार्वजनिक रूप से अजीत पवार ने महाराष्ट्र सीएम बनने की इक्षा जताई थी. उन्होंने कहा था सीएम बनना मेरा सपना है मैं 4 बार डिप्टी सीएम बना मगर सीएम बनने का मौका नहीं मिला। इस चुनाव को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि असली किंगमेकर अजीत पवार साबित हो सकते हैं वो साथ देने के बदले सीएम की कुर्सी की डिमांड भी कर सकते हैं.
खैर महाराष्ट्र में असली खेल तो रिजल्ट घोषित होने के बाद शुरू होगा। कौन किसके पाले में जाता है, किसे कैसे सेटल किया जाता है, कौन साथ देता है और कौन किंगमेकर बनता है इसका सिलसिला तो 23 नवंबर की शाम से शुरू हो जाएगा। वैसे आपको क्या लगता है महाराष्ट्र में कौन सत्ता में आ रहा है कमेंट बॉक्स में जवाब जरूर दें