Mahakumbh Fire : प्रयागराज महाकुंभ में आग की लपटों में धूं-धूं कर टेंट सिटी जल रही थी। साधु-संत और श्रद्धालु चिल्लाते हुए इधर-उधर भाग रहे थे। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धर लिया। जिससे कई पंडाल जलकर स्वाहा हो गया। जब तक मेले में मौजूद एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया तब तक 40 झोपड़ियां ओर 6 टेंट जल चुके थे। आग लगने का कारण चाय बनाने के दौरान गैस सिलेंडर फटना बताया गया है। मामले की विस्तृत जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच टीम का गठन हुआ है।
इस कारण लगी थी कुंभ मेले में आग | Mahakumbh Mela fire accident
महाकुंभ मेले में लगी आग का जब ड्रोन फुजेज सामने आया है तो प्रशासन भी हिल गया। अगर समय रहते आग को बुझाया न जाता तो बड़ी त्रासदी हो सकती थी। कुंभ मेले में आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच टीम गठित की है। हालांकि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि टेंट में गैस सिलेंडर में रिसाव होने के बाद आग लगी। गैस सिलेंडर के ब्लास्ट होते ही मिनटों में कई टेंटे सिटी आग की लपटों में समा गईं।
महाकुंभ मेले में कहां लगी थी आग | Mahakumbh fire reason
महाकुंभ में शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में आग लगी। गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए। अफसरों के मुताबिक, गीता प्रेस की रसोई में शाम 4 बजकर 10 मिनट पर छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय सिलेंडर लीक हो गया और आग लग गई। हालांकि अभी इस मामले में जाँच की जा रही है। कुछ श्रद्धालुओं का कहना है कि किसी हवन से आग लगी है।
मेले की आग बुझाने में लगा 1 घंटा
महाकुम्भ मेले में लगी आग को बुझाने के लिए 15 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम ने मिलकर आग बुझाई। आग बुझाने में करीब एक घंटे का समय लगा था। हालांकि इस बिच बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आग बुझाने के लिए फायर रोबोट का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया।
आग बुझाने के लिए क्यों नहीं आये फायर रोबोट
प्रयागराज महाकुंभ में योगी सरकार की ओर से आपात स्थिति से निपटने के लिए कड़े इंतज़ाम किये थे। महाकुंभ में आग जैसी सिचुएशन के लिए भी फायर ब्रिगेड को अत्याधनुिक तकनीक से लैस किया गया है, जिसमें फायर रोबोट भी शामिल है। बताया जा रहा है कि आग को बुझाने के लिए फायर रोबोट का इस्तेमाल नहीं किया गया था। यह आग बाहर की ओर खुले एरिया में बने काॅटेज में लगी थी, इस वजह से इस आग को बुझाने के लिए फायर रोबोट की जरूरत नहीं पड़ी।