Maha Kumbh Mela Stampede : आज मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में तड़के सवेरे भगदड़ मच गई। जिसमें कई श्रद्धालुओं की मौतें हुई हैं और 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। हादसे के बाद महाकुंभ में संगम स्नान करने आए श्रद्धालु जहां परेशान दिखे तो वहीं अखाड़े के संत और साधू भी परेशान हो गए। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में हैं।
महाकुंभ में भगदड़ में चली गईं कई जानें | Maha Kumbh Mela Stampede
महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद हुए हादसे में 25 से अधिक मौतें हुई। जबकि 50 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं। महाकुंभ प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायल श्रद्धालुओं को महाकुंभ अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे को लेकर सीएम योगी ने समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। महाकुंभ प्रशासन ने कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं से अपील की कि श्रद्धालु संगम नोज पर न जाएं, जो जहां हैं वहीं से ही संगम स्नान करें। संगम की हर धारा पवित्र है। इसके बाद इस घटना पर डीआईजी वैभव कृष्ण ने पूरी जानकारी दी कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ और कैसे अचानक श्रद्धालुओं की भीड़ एक दूसरे को कुचलने लगी।
संगम नोज पर स्नान के लिए बढ़ी थी भीड़
मौनी अमावस्या के चलते करीब 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे थे। इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। लेकिन रात 1-2 बजे के बीच संगम नोज यानी जिस स्थान पर मां गंगा, यमुना और सरस्वती का मिलन होता है, उस पर स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या अचानक से बढ़ गई। लाखों लोग संगम पर स्नान करना चाहते थे। लेकिन भारी भीड़ के चलते स्थितियां नियंत्रण से बाहर हो गईं और श्रद्धालुओं की धक्का-मुक्की के चलते भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
महाकुंभ में कैसे मची भगदड़ | Kumbh Mela News
महाकुंभ नगर के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा है कि संगम तट पर बने चेजिंग रूम का गेट भीड़ के दबाव के चलते भीड़ के ही ऊपर गिर गया था। इसके बाद वहां भगदड़ मच गई। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि महाकुंभ पर अमृत स्नान होने की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। इस दौरान कुछ लोग बैरिकेड्स तोड़ आगे बढ़ने लगे। हर कोई संगम में स्नान करना चाहता था। इसलिए लोग तेजी से आगे की ओर बढ़े। इससे भी भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। कि श्रद्धालु संगम नोज पर स्नान के लिए पहुंचने की जद्दोजहद में एक दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ते रहें और जिसका परिणाम यह हादसा रहा।
देरी से शुरू हुआ अखाड़ा स्नान
महाकुंभ हादसे के बाद संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है और प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। फिलहाल प्रयागराज मेडिकल कॉलेज में घायलों का इलाज चल रहा है। महाकुंभ में अमृत स्नान जारी है। कई घाट विकसित किए गए हैं और लोग सुगमता से वहां स्नान कर रहे हैं। अखाड़े के संत भी अमृत स्नान कर रहे हैं।
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